लखनऊ-बिजनेस डेस्क। उपभोक्ता तंदुरुस्ती का महत्व समझ चुके हैं और उन्हें यह बात भी अच्छे से पता है कि तंदुरुस्ती केवल शारीरिक और मानसिक कारकों का संयोजन भर नहीं है, बल्कि इसमें अच्छा भोजन लेना भी शामिल है। ऐसे दौर में जब पूरी दुनिया अच्छी तरह से कनेक्टेड और आपस में मिल-जुलकर रह रही है, तब लोगों का फोकस पोषण पर है ताकि वे खुद को सेहतमंद रख सकें। यह प्रचलन इम्युनिटी बढ़ाने वाली सामग्रियों, पारंपरिक भोजन में लोगों की रुचि आदि में बढ़ोतरी को भी दर्शाता है।
पूरे देश के 200 से ज्यादा शेफ्स और पाककला विशेषज्ञों के योगदान पर आधारित गोदरेज फूड्स ट्रेंड्ज रिपोर्ट 2022 के कलेक्टर्स एडिशन का अनुमान है कि यह चलन आने वाले साल में खाद्य उद्योग पर हावी रहेगा। उद्योग और घरेलू किचन से आने वाले इन विशेषज्ञों द्वारा दी गई जानकारियों के अनुसार, 2022 तंदुरुस्ती के लिए भोजन का साल रहेगा और यह सोच आने वाले वर्षों में भी बनी रहेगी। कई विशेषज्ञों का अनुमान है कि 2022 से तंदुरुस्ती वाले भोजन पर केन्द्रित होने की शुरूआत हो रही है।
स्वास्थ्यकर भोजन समय की जरूरत
पारंपरिक चीजों, पकाने की पद्धतियों और निजी तौर पर बेहतर डाइट्स की ज्यादा खोज होगी। तंदुरुस्ती वाले भोजन पर हमें अपने विचार बताते हुए सेलीब्रिटी शेफ और एफ एंड बी कंसल्टेन्ट, शेफ अजय चोपड़ा ने कहा, “शेफ्स ने अपने मेन्यू में उन सोची-समझी चीजों को शामिल करना शुरू किया है, जिन्हें हम पहले से घर में करते आ रहे हैं, जैसे मौसमी, पोषक और पारंपरिक सामग्रियां और तकनीकें, लेकिन एक आधुनिक ट्विस्ट के साथ। हम समझ चुके हैं कि स्वास्थ्यकर खाना केवल एक चलन नहीं, बल्कि जरूरत है- यह शरीर में ताकत बनाने का एकमात्र तरीका है।
मेन्यू ज्यादा असली हो रहे हैं, सामग्रियों के उपयोग और हमारी पसंद के व्यंजनों के बारे में दोबारा सोचा जा रहा है, ताकि वे अधिक स्वास्थ्यकर बन सकें। हम नये और रचनात्मक तरीकों में पारंपरिक सामग्रियों का उपयोग देखेंगे। उदाहरण के लिये, बाजरे के अलग-अलग रूप, नर्म नारियल और फलों जैसे ताजे सामग्रियों की स्मूदी की कटोरी जैसे प्रचलित और दिलचस्प अवतारों में आना। या सरसों का साग जैसे सर्दी के व्यंजनों का मस्टर्ड ग्रीन्स और बार्ले सलाद में बदल जाना।
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