सरकार के एक कदम से देश के कई राज्यों में पेट्रोल पंपों पर होने लगी पेट्रोल-डीजल की किल्लत

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Due to a move of the government, there was a shortage of petrol and diesel at petrol pumps in many states of the country.
उत्तराखंड के हरिद्वार व रूड़की समेत कुछ शहरों में पेट्रोल पंपों पर सोमवार को पेट्रोल खत्म होने की खबर फैलते ही लोगों में हड़कंप मच गया।

नई दिल्ली।पड़ोसी देशों के बाद अपने देश में भी पट्रोल डीजल की कमी की आहट सुनाई देने लगी। मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो देश के कई राज्यों के पट्रोल पंपों पर पेट्रोल —डीजल की ​किल्लत बढ़ने लगी है। सोमवार को पंजाब, हरियाणा, उत्तराखंड, गुजरात, राजस्थान व मध्य प्रदेश समेत कई राज्यों में पेट्रोल पंपों पर लंबी कतारें देखने को मिली। यह तेल की किल्लत की अफवाह के चलते हो रहा है या सच में संकट है? यह अभी स्पष्ट नहीं है। सरकार व तेल कंपनियों ने मौन साध रखा है।

वहीं इस संबंध में पेट्रोल पंप एसोसिएशनों का कहना है कि तेल कंपनियां मांग के अनुसार आपूर्ति नहीं कर रही हैं। इस कारण किल्लत हो रही है। पंपों को आठ घंटे ही खुला रखने की बात कही जा रही है। हालांकि, इस मामले में अभी सरकार व तेल कंपनियों की ओर से कोई अधिकारिक बयान नहीं आया है।

राजस्थान में 2500 पंप सूखने की कगार पर

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार राजस्थान की राजधानी जयपुर में सैकड़ों पंपों पर डीजल बिक्री बंद हो गई है। मंगलवार से पेट्रोल और डीजल की किल्लत शुरू हो सकती है। एचपीसीएल और बीपीसीएल कंपनी ने पेट्रोल और डीजल की आपूर्ति रोक दी है। ऐसे में प्रदेशभर के तकरीबन 2500 पेट्रोल पंपों पर तेल की कमी देखने को मिल सकती है। इस किल्लत से बचने के लिए राजस्थान पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन ने पेट्रोलियम मंत्री हरदीप पुरी को पत्र भी लिखा है।

उत्तराखंड में भी बढ़ने लगी समस्या

उत्तराखंड के हरिद्वार व रूड़की समेत कुछ शहरों में पेट्रोल पंपों पर सोमवार को पेट्रोल खत्म होने की खबर फैलते ही लोगों में हड़कंप मच गया। पेट्रोल पंपों पर लोगों की लंबी लाइन लग गई। कुछ स्थानों पर तो भीड़ को कंट्रोल करने के लिए पुलिस को बुलाना पड़ा। लोग वाहनों की टंकियां फुल कराने लगे। इसके कारण दोपहर बाद रुड़की और कस्बों के अधिकांश पेट्रोल पंप पर पेट्रोल ही नहीं मिल पाया। कार एवं दोपहिया वाहन चालक इधर से उधर दौड़ते हुए नजर आए।

प्रदेश में कैराना समेत कई होने लगी समस्या

उत्तर प्रदेश के कैराना में दो दिन से पंपों पर डीजल-पेट्रोल नहीं मिलने के कारण वाहन चालकों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कैराना में यमुना पुल के पार सनौली रोड पर भी कई पेट्रोल पंपों पर पेट्रोल व डीजल नहीं है। पेट्रोल पंप मालिकों के अनुसार मेरठ डिपो की कंपनी को प्रतिदिन डीजल-पेट्रोल पर प्रति लीटर 10 से 12 रुपये का घाटा उठाना पड़ रहा है। इसके चलते डिपो से डीजल पेट्रोल के टैंकर कम संख्या में भेजे जा रहे हैं।

गुजरात में 50 फीसदी आपूर्ति कम हो रही

गुजरात के अहमदाबाद में भी ईंधन की किल्लत महसूस की जा रही है। शहर में सोमवार को पंपों पर लंबी कतारें लगीं। पेट्रोल पंप डीलरों का कहना है कि हिंदुस्तान पेट्रोलियम और भारत पेट्रोलियम लि. द्वारा बीते दो तीन दिनों से 50 फीसदी आपूर्ति कम की जा रही है। हालांकि, आईओसी के पंप पर आपूर्ति कम होने की सूचना नहीं है।

इसलिए हो रही किल्लत

विभिन्न पेट्रोल पंप एसो. का कहना है कि विश्व बाजार में तेल के दाम बहुत बढ़ गए हैं। तेल कंपनियों को प्रति लीटर से 15 से 20 रुपये लीटर का घाटा हो रहा है, इसलिए वे सप्लाई कम कर रही हैं। तेल उद्योग से जुड़े सूत्रों का कहना है कि तेल कंपनियों को डीजल पर 23 और पेट्रोल में 16 रुपये प्रति लीटर घाटा हो रहा है, इसलिए आपूर्ति कम की जा रही है। बता दें, केंद्र सरकार ने 21 मई को पेट्रोल-डीजल पर उत्पाद शुल्क घटा दिया था। इससे पेट्रोल-डीजल के दाम घट गए हैं। पर ब्रेक लग गया था। कीमतें कुछ कम हो गई थी। तभी से तेल कंपनियां घाटा बता रही हैं।

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