लखनऊ। राज्यसभा चुनाव के लिए सभी दलों के उम्मीदवारों ने अपने—अपने पर्चे भर दिए है ।बता दें कि यूपी में 11 सीटों पर राज्यसभा का चुनाव होना है, जिसमें से 3 सीटों पर सपा गठबंधन ने अपने प्रत्याशी उतारे है, आठ सीटों पर बीजेपी के उम्मीदवारों ने आज सीएम की मौजूदगी में पर्चा भर दिया। यूपी की 11 राज्यसभा की सीटों में से आठ पर भाजपा व तीन पर सपा का जीतना लगभग तय है। भाजपा ने राज्यसभा के लिए राधामोहन दास अग्रवाल, लक्ष्मीकांत वाजपेयी, संगीता यादव, दर्शना सिंह, बाबू राम निषाद, सुरेंद्र सिंह नागर, मिथिलेश कुमार और डॉ. के लक्ष्मण को उम्मीदवार बनाया है।
273 सीटें भाजपा गठबंधन के पास
यूपी विधानसभा में भाजपा गठबंधन के 273 और सपा गठबंधन के 125 विधायक हैं। जनसत्ता दल लोकतांत्रिक और कांग्रेस के दो-दो तथा बसपा का एक विधायक है। जनसत्ता दल के दो विधायकों का समर्थन भाजपा को मिल सकता है। जबकि कांग्रेस और बसपा का किसी भी दल से गठबंधन नहीं होने से दोनों दल चुनाव से बाहर रह सकते है।
एक सीट के लिए 36 वोट जरूरी
मालूम हो कि राज्यसभा की एक सीट के लिए 36 विधायकों का वोट चाहिए। भाजपा के पास 273 विधायक है, ऐसे में उन्हें प्रथम और द्वितीय वरीयता क्रम के मतदान के आधार पर 8 सीट जीतने में कोई परेशानी नहीं होगी। सपा के पास 125 विधायक हैं। इस आधार पर उसे 3 सीट जीतने में कोई दिक्कत नहीं है। 31 मई नामांकन दाखिल करने का आखिरी दिन है।
भाजपा ने गोरखपुर जिले से दो कार्यकर्ताओं को राज्यसभा का टिकट दिया है। राधामोहन दास अग्रवाल और संगीता यादव दोनों गोरखपुर के हैं। लोकसभा सदस्य रविकिशन सहित गोरखपुर में अब कुल तीन सांसद हो जाएंगे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गोरखपुर से ही विधायक हैं। ऐसे में अब यूपी से दिल्ली तक भाजपा की राजनीति में गोरखपुर का दबदबा बढ़ेगा।
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