लखनऊ-बिजनेस डेस्क। यू ग्रो कैपिटल, जो एक सूचीबद्ध एमएसएमई ऋणदाता फिनटेक मंच है, ने आज कंपनी के गैर-कार्यकारी अध्यक्ष के रूप में श्री सत्यानंद मिश्रा की नियुक्ति की घोषणा की। 40 से अधिक वर्षों के विविधतापूर्ण अनुभव वाले, श्री मिश्रा भारत के पूर्व मुख्य सूचना आयुक्त (दिसंबर 2010 से सितंबर 2013) हैं। वह नवंबर 2013 से नवंबर 2016 तक मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज ऑफ इंडिया लिमिटेड के अध्यक्ष और गैर-कार्यकारी स्वतंत्र निदेशक थे। उन्होंने 2018 तक भारतीय लघु उद्योग विकास बैंक (सिडबी) के निदेशक के रूप में कार्य किया और भारत सरकार के लघु उद्योग के विकास आयुक्त के रूप में कार्य किया।
इसके अतिरिक्त, उन्होंने विभिन्न सरकारी विभागों जैसे कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग (डीओपीटी), लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) और संस्कृति विभाग (मध्य प्रदेश सरकार) में पूर्व सचिव के पद पर भी कार्य किया है। 31 मार्च, 2022 तक, यू ग्रो कैपिटल की प्रबंधनाधीन परिसंपत्ति बढ़कर लगभग 3,000 करोड़ रु. हो गई और इसके नेटवर्क में शामिल शाखाओं की संख्या 91 हो गई। वित्त वर्ष 22 की चौथी तिमाही में कंपनी का शुद्ध लाभ 292 प्रतिशत बढ़कर 6.08 करोड़ रुपये हो गया और वितरण 963 करोड़ रुपया रहा। इसके ग्राहक आधार ने 20,000 के निशान को पार कर लिया है।
चार वर्ष में किया लंबा सफर
नियुक्ति के बारे में, यू ग्रो कैपिटल के कार्यकारी अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक, श्री शचिंद्र नाथ ने कहा, “हम यू ग्रो कैपिटल के गैर-कार्यकारी अध्यक्ष के रूप में श्री सत्यानंद मिश्रा की नियुक्ति से प्रसन्न हैं। उनकी मजबूत पर्यवेक्षी और नियामक पृष्ठभूमि और वित्त उद्योग में महत्वपूर्ण अनुभव कंपनी को सभी संबंधित हितधारकों के लिए एक विश्वसनीय और प्रदर्शनोन्मुख एमएसएमई ऋणदाता मंच बनने की महत्वाकांक्षा को प्राप्त करने में मदद करेगा। यू ग्रो कैपिटल के गैर-कार्यकारी अध्यक्ष, श्री सत्यानंद मिश्रा ने कहा, मैं यू ग्रो कैपिटल लिमिटेड के बोर्ड में गैर-कार्यकारी अध्यक्ष के रूप में नियुक्त किए जाने पर सम्मानित महसूस कर रहा हूं।
उन्होंने फिनटेक एनबीएफसी के रूप में उत्कृष्टता को नए सिरे से परिभाषित किया है। लगभग चार वर्षों की कम अवधि में, यू ग्रो ने वित्तीय जगत में अपना एक नाम बना लिया है। मैं इस कंपनी के उज्जवल भविष्य की उम्मीद करता हूं। इस गति को जारी रखते हुए, कंपनी ने 2025 तक बकाया एमएसएमई ऋण की 1ः बाजार हिस्सेदारी हासिल करने, 20,000 करोड़ रुपये के एयूएम को प्राप्त करने और 1 मिलियन एमएसएमई ग्राहकों की सेवा करने का लक्ष्य तय किया है।
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