लखनऊ -बिजनेस डेस्क्। देश में नवाचार को बढ़ावा देने व उद्यमिता से छात्रों को जोड़ने के उदेश्य से ईडीआईआई द्वारा कई विश्वविद्यालयों के साथ जमीनी स्तर पर कार्य कर किया जा रहा है| इसी क्रम में पांच विश्वविद्यालयों के 24 अध्यापको को ईडीआईआई द्वारा पांच दिवसीय निःशुल्क प्रशिक्षण दिया जा रहा है| यह ट्रेनिंग 7 मार्च से 11 मार्च हुई| यह ट्रेनिंग ईडीआईआई के साथ जुड़े हुए हुए विश्वविद्यालयों हेतु निःशुल्क कराई जा रही है|
भारतीय उद्यमिता विकास संस्थान, अहमदाबाद के महानिदेशक डॉ. सुनील शुक्ल ने ट्रेनिंग कार्यक्रम का शुभारम्भ किया एवं अध्यपको संबोधित करते हुए उद्यमिता प्रशिक्षण के महत्व पर जोर दिया, उन्होंने कहा की हमें आत्मनिर्भर बनने के लिए उद्यमिता को छात्र जीवन से ही अपनाना होगा| उन्होंने विश्वविद्यालयों के कुलपतियों की सहारना करते हुए कहा की वर्तमान में विवि का नेतृत्व जागरूक एवं अग्रसर है, जो की एक शुभ संकेत हैं|ईडीआईआई, अहमदाबाद में पालिसी एडवोकेसी और रिसर्च विभाग के प्रभारी डॉ अमित कुमार द्रिवेदीने बताया कि शैक्षिक संस्थानों के अध्यापको को जागरूक करने के उदेश्य से यह कार्यक्रम किया जा रहा है|
इन विश्वविद्यालयों से हुआ चयन
इस 5 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के 4 विश्वविद्यालय एवं मध्य प्रदेश के 1 विश्वविद्यालय से कुल 24 प्रतिभागी ट्रेनिंग कर रहे हैं, जिनमे डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय, लखनऊ से 5, छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय, कानपुर से 6, सरदार बल्लभ भाई पटेल कृषि एवं प्रद्योगिकी विश्वविद्यालय, मेरठ से 4, मदन मोहन मालवीय प्रोद्योगिकी विश्वविद्यालय, गोरखपुर से 4, गुरु घासीदास विश्वविद्यालय, बिलासपुर, छत्तीसगढ़ से 5 प्रतिभागी ईडीआईआई में उधमित्ता सम्बंधित ट्रेनिंग प्राप्त कर रहे हैं, जिससे वो अपने विश्वविद्यालयों में मेंटरशिप कर सकें|
इस 5 दिवसीय कार्यक्रम का उदेश्य प्रतिभागियों को वर्तमान में उद्यमिता की संभावनाएं, केंद्र व राज्य सरकार द्वारा चल रही विभिन्न वित्तीय सहायता की योजनाओ, छात्रों हेतु नए कोर्स बनाया जाना, छात्रों के आईडिया को स्टार्टअप हेतु चयनित करना, इन्क्यूबेशन व प्री-इन्क्यूबेशन की प्रणाली और संसथान के अन्दर उद्यमिता का वातावरण विकसित करना है|
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