अयोध्या। धर्मनगरी अयोध्या में प्रभु श्रीराम के बालक रुप में विराजने के बाद गुरुवार यानि गंगा दशहरा पर राजा राम के रूप में प्रभु का राज्याभिषेक होगा। इसके साथ ही राम मंदिर परिसर में राजाराम समेत आठ देव विग्रहों की प्राण प्रतिष्ठा पूरी भव्यता के साथ होगी। इससे पहले प्राण प्रतिष्ठा के अनुष्ठान के दूसरे दिन बुधवार को विभिन्न अधिवास हुए और उत्सव विग्रहों का परिसर भ्रमण कराया गया। देश की 21 पवित्र नदियों के जल से सभी देव विग्रहों का अभिषेक हुआ। आज प्राण प्रतिष्ठा योगी आदित्यनाथ बतौर मुख्य अतिथि शामिल होंगे।
सुबह 6:30 बजे से शुरू हुआ यज्ञ
प्राण प्रतिष्ठा के दूसरे दिन बुधवार सुबह 6:30 से यज्ञमंडप में दो घंटे तक देवताओं का पूजन किया गया। अन्नाधिवास सुबह नौ बजे से 9:30 बजे तक संपन्न हुआ। यज्ञमंडप में हवन 9:35 से 10:35 बजे तक चला। 10:40 12:40 तक राम दरबार समेत सभी देव विग्रहों का अभिषेक किया गया। जिस मंदिर में देव विग्रह की स्थापना होनी है, वहां भी अभिषेक की प्रक्रिया संपन्न हुई। दोपहर दो बजे से तीन बजे तक उत्सव विग्रहों ने परिसर भ्रमण किया। इसके लिए पालकी पर चांदी की चौकियों पर राम दरबार की समस्त उत्सव मूर्ति, परकेाटा के छह मंदिरों की उत्सव मूर्ति को विराजमान कर परिसर भ्रमण कराया गया। मुख्य यजमान डाॅ. अनिल मिश्र समेत अन्य यजमानों ने पालकी को कंधे पर उठाकर श्रीराम जय राम, जय जय राम…के जयघोष के साथ मंदिर परिसर की परिक्रमा की।
दोपहर तीन से साढ़े चार बजे तक शय्या निवास कराया गया। साढ़े चार बजे से पांच बजे तक प्रासाद वास्तु पूजन हुआ। बाद में यज्ञशाला में हवन आरती 5:45 से 6:45 तक हुई। मुख्य आचार्य काशी के आचार्य जय प्रकाश त्रिपाठी, अयोध्या के पंडित प्रवीण शर्मा, पंडित इंद्रदेव मिश्र के निर्देशन में अन्नाधिवास, घृताधिवास, जलाधिवास,पुष्पा निवास, शर्कराधिवास, शय्या धिवास, सभी क्रम से संपन्न कराए गए। पंडित प्रवीण शर्मा ने बताया कि अधिवास की प्रक्रिया पूरी कर ली गई। भगवान को अब शैय्याधिवास के क्रम में सुला दिया गया है। बृहस्पतिवार सुबह उन्हें जगाया जाएगा। फिर उनका अभिषेक, पूजन, शृंगार आदि होगा। इसके बाद विग्रहों के नेत्रों से पट्टी हटाई जाएगी। राम दरबार का आवरण हटाया जाएगा।
आज होगी प्राण प्रतिष्ठा
राम दरबार समेत आठ देव विग्रहों की प्राण प्रतिष्ठा गुरुवार को गंगा दशहरा के शुभ अवसर पर सुबह 11:25 से 11:40 बजे तक अभिजीत मुहूर्त में होगी। गंगा दशहरा के दिन सिद्ध योग भी बन रहा है। इसी दिन रामेश्वरम की भी प्राण प्रतिष्ठा हुई थी। सुबह छह बजे से प्राण प्रतिष्ठा का अनुष्ठान शुरू होगा। सुबह देवताओं का पूजन यज्ञमंडप में किया जाएगा। इसके बाद प्राण प्रतिष्ठा का अनुष्ठान शुरू होगा। इसमें सीएम योगी आदित्यनाथ समेत पांच सौ से अधिक मेहमान शामिल रहेंगे। पूजन, भोग, आरती के बाद अनुष्ठान का समापन होगा। समारोह में संघ, विहिप व भाजपा से जुड़े पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं को आमंत्रित किया गया है। स्थानीय साधु-संतों की भी मौजूदगी रहेगी। जातीय मंदिरों के संतों को भी बुलाया गया है। सभी के लिए परिसर में ही लंच पैकेट की व्यवस्था की गई है।
30 किलो चांदी से बने आभूषण
प्राण प्रतिष्ठा के बाद सीता राम समेत चारों भाइयों व हनुमान जी को आभूषण पहनाए जाएंगे। यह आभूषण सूरत के हीरा व्यापारी ग्रीन लैब के मालिक मुकेश पटेल ने दान किया है। विहिप के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष दिनेश नेवादिया ने बताया कि एक कैरेट का हीरा, 30 किलो चांदी, 300 ग्राम सोना के प्रयोग से 11 मुकुट बनाए गए हैं। चारों भाइयों के लिए चार बड़े और तीन छोटे धनुष भी बनाए गए हैं। चार तुणीर, तीन गदा और चॅवर भी बनाए गए हैं। इन आभूषणों को निजी प्लेन से सरकार के सहयोग से अयोध्या लाया गया, जिसे बुधवार को राम मंदिर ट्रस्ट को समर्पित किया गया। 22 जनवरी को हुई प्राण प्रतिष्ठा में भी मुकेश पटेल ने बालकराम को मुकुट भेंट किया था। वहीं हैदराबाद के रामभक्त श्रीनिवासन ने राम दरबार के लिए 14 किलो चांदी से धनुष बाण निर्मित कर राम मंदिर ट्रस्ट को सौंपा है। इसमें ढाई किलो का सोना भी लगा है।
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