नईदिल्ली। भारत ने चिनाब नदी पर बगलिहार बांध के माध्यम से पानी के प्रवाह को रोक दिया है और झेलम नदी पर बने किशनगंगा बांध को लेकर भी इसी तरह के कदम उठाने की तैयारी है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार जम्मू के रामबन में बगलिहार जलविद्युत बांध और उत्तरी कश्मीर में किशनगंगा जलविद्युत बांध भारत को पानी छोड़ने के समय को रेगुलेट करने की क्षमता देते हैं।
पहलगाम हमले के बाद भारत—पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बाद भारत ने पाकिस्तान की कमर तोड़ने के लिए एक के एक करके प्रतिबंध लगा रही है। पहले सिंधु जलसमझौता रदद करने के बाद पाकिस्तान से सारे व्यापार पर रोक लगा दी। व्यापार बंद होने से व्यापारी बड़ी संख्य में सेंधा नमक के ऑर्डर रद्द कर दिए गए हैं।
चैंबर ऑफ फूड प्रोसेसिंग इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के मंत्री अशोक लालवानी ने बताया कि पाकिस्तान से सेंधा (लाहौरी) नमक, छुहारे, काली किशमिश और सब्जा के बीज पाकिस्तान से आयात होते थे। अंजीर, मुनक्का अफगानिस्तान से पाकिस्तान के जरिये पहुंचते हैं। आगरा समेत पूरे देश में इनका अच्छा-खासा कारोबार है। सेंधा नमक की हर महीने 250 से 300 टन, 550-600 टन छुहारे, 15 टन में पिस्ता-काली किशमिश और सब्जा के बीज का व्यापार होता है। पाकिस्तान से आयात बंद होने से थोक विक्रेताओं ने फिलहाल सेंधा नमक के बड़े ऑर्डर रद्द कर दिए हैं। नए ऑर्डर नहीं लिए जा रहे हैं।
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