अयोध्या। प्रभु श्रीराम को भव्य मंदिर में विराजे एक साल होने को है, आज तीन दिवसीय उत्सव शुरू होगा। शनिवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उत्सव का शुभारंभ करेंगे। इस अवसर पर वे रामलला का अभिषेक कर महाआरती उतारेंगे। इसके बाद अंगद टीला पर पहली बार मौजूद श्रद्धालुओं और मेहमानों को संबोधित करेंगे। प्रतिष्ठा द्वादशी के उत्सव में प्रदेश सरकार के दोनों उपमुख्यमंत्री के भी पहुंचने की संभावना है।
पांच घंटे रहेंगे मुख्यमंत्री
जारी सूचना के अनुसार मुख्यमंत्री पांच घंटे तक अयोध्या में ही रहेंगे। भव्य और दिव्य मंदिर में रामलला 22 जनवरी 2024 को विराजमान हुए थे। उस वर्ष के मुहूर्त के अनुसार इस बार प्रतिष्ठा द्वादशी उत्सव 11 जनवरी को मनाई जानी है। इसे लेकर श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने 11 से 13 जनवरी तक तीन दिवसीय उत्सव मनाने की घोषणा की है। पहले दिन से सांस्कृतिक कार्यक्रमों की शुरुआत हो जाएगी। इसमें गीत-संगीत, कला व साहित्य जगत की तमाम नामी गिरामी हस्तियां अपनी प्रस्तुति देंगी।
वीआईपी पास निरस्त
वर्षगांठ की वजह से तीन दिन तक सभी तरह के वीआईपी पास निरस्त कर दिए गए हैं। अंगद टीला पर रामलला के श्रद्धालुओं को भोग प्रसाद भी शनिवार की सुबह 11 बजे से वितरित किया जाएगा। प्रतिष्ठा द्वादशी कार्यक्रम का दूरदर्शन पर लाइव प्रसारण किया जाएगा। इसके अलावा तीर्थ क्षेत्र की अपनी आईटी टीम भी यूट्यूब चैनल, इंस्टाग्राम और फेसबुक पर सीधे प्रसारण का ट्रायल कर चुकी है। मंत्र जाप और पारायण के प्रसारण और रिकॉर्डिंग की जबर्दस्त मांग है। रिकार्डिंग की लालसा रखने वाले प्रतिष्ठितजनों के लिए ट्रस्ट ने बड़ी संख्या में पेन ड्राइव खरीदा है।
फूलों से सज रहा दरबार
मंदिर परिसर को भव्य रूप देने के लिए 50 क्विंटल से भी अधिक के फूलों से सजाया जा रहा है। पूरे मंदिर परिसर में भव्य लाइटिंग की गई है। रामजन्मभूमि पथ व रामपथ को भी जगह-जगह सजाया जा रहा है। इसके अलावा 11 नंबर के वीआईपी गेट को भव्य तरीके से सजाया गया है। अन्य द्वारों पर भी फूलों से सजावट की गई है। वहीं नगर निगम की ओर से कार्यक्रम को देखते हुए पेड़ों पर भी झालर लाइट लगाने का काम किया जा रहा है। इस विशेष मौके पर रामलला के लिए खास वस्त्र भी तैयार किए गए हैं। मुख्यमंत्री समेत अन्य मंत्रियों के अलावा कार्यक्रम की भव्यता को देखते हुए रूट डायवर्जन भी किया गया है।
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