नईदिल्ली।लेबनॉन में मंगलवार को उस समय दहशत फैल गई जब, सिलसिलेवार पेजर में विस्फोट होने लगे।इस विस्फोट में कम से कम दस लोगों की मौत हो गई, जबकि बड़ी संख्या में लोग घायल हुए। यह विस्फोट अधिकतर उन पेजर में हुए जिनका इस्तेमाल हिजबुल्ला के लड़ाके कर रहे थे। तीन हजार लोग जिंदगी और मौत के बीच झूल रहे हैं। 3 इंच की पेजर नामक डिवाइस से पूरी दुनिया में दहशत फैल गई है। इस तकनीकि का प्रयाेग करके कोई कल को मोबाइल फोन में विस्फोट करके तबाही मचा सकता है।
पेजर का करते है इस्तेमाल
मीडिया रिपोर्टस के अनुसार लेबनान में हिजबुल्लाह के आतंकी अपने साथियों से बातचीत करने के लिए मोबाइल फोन की जगह पेजर का इस्तेमाल करते हैं.क्योंकि इसे हैक नहीं किया जा सकता, सिर्फ मैसेज के जरिए बात हो सकती है। मंगलवार को अचानक इन आतंकियों की जेब में रखे पेजर बम की तरह फटने लगे, इससे हड़कंपमच गया। इस हमले में 10 लोगों की मौत हो गई और 3,000 से अधिक लोग घायल हो गए। लेबनान की राजधानी बेरूत से लेकर बेकावैली और पड़ोसी देश सीरिया तक से इस तरह के धमाके की खबरें सामने आईं।
एक्सपर्ट भी हैरान
पेजर में ब्लास्ट कैसे हो गया, इसे लेकर दुनियाभर के तकनीकि विशेषज्ञ हैरान हैं.क्योंकि यह एक हार्डवेयर है और हार्डवेयर में विस्फोट तब तक नहीं हो सकता, जब तक कि कोई इसके साथ छेड़छाड़ न करे. लेकिन अगर ये आतंकियों के पास थे, तो इनसे छेड़छाड़किसनेकी? एक साथ सारे पेजर में छेड़छाड़ कैसे संभव हुई? लेबनान में घुसकर आतंकियों की जेब से निकालकर कोई पेजर में छेड़छाड़ कैसे करेगा? ये कुछ सवाल हैं, जिनका जवाब नहीं मिल पा रहा है. लेकिन कुछ तर्क दिए जा रहे हैं।
ऐसे हमले में इजरायल एक्सपर्ट
बता दें कि इस तरह के हमलों में इजरायल एक्सपर्ट है। इससे पहले 1996 में इजरायल की शिनबेट एजेंसी ने हमास के एक बम डेवलपर याह्या अय्याश के फोन में खुफिया तरीके से विस्फोटक डाल दिया था और फिर उसे उड़ादिया था। इसके बाद से ही हिजबुल्लाह और हमास के आतंकी पेजर का इस्तेमाल करने लगे थे, लेकिन मंगलवार को हिजबुल्लाह के आतंकियों को सुपरमार्केट में, सड़क पर, कारों में, घरों में और यहां तक कि नाई की दुकानों में भी उड़ा दिया गया।