बिहार: स्कूल में चार साल के बच्चे की हत्या, शव क्लासरूम के गटर में मिला, परिजनों ने किया बवाल

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Four year old child murdered in school in Bihar, body found in gutter of classroom, family members created ruckus
आक्रोशित परिजनों शुक्रवार सुबह हाईवे पर जाम लगाते हुए स्कूल में घुसकर तोड़फोड़ की, वहीं हादसे के बाद स्कूल के सभी शिक्षक फरार हैं

पटना। बिहार की राजधानी पटना से एक दिल दहलाने वाली वारदात सामने आई, यहां एक चार साल के बच्चे की हत्या उसके स्कूल में कर दी गई और लाश को क्लासरूम के गटर में फेंक दिया गया। इसके बाद स्कूल प्रबंधन ने मामले को छिपाने के लिए दोपहर 12 बजे के बाद स्कूल की सीसीटीवी फुटेज को डिलिट कर दिया। इससे आक्रोशित परिजनों शुक्रवार सुबह हाईवे पर जाम लगाते हुए स्कूल में घुसकर तोड़फोड़ की, वहीं हादसे के बाद स्कूल के सभी शिक्षक फरार हैं

यह घटना पटना के दीघा स्थित प्राइवेट स्कूल की है। यहां पढ़ने के लिए गुरुवार सुबह आया चार वर्ष का आयुष जब शाम को घर नहीं लौटा तो परिजनों ने तलाश शुरू की तो बच्चे का शव उसके क्लासरूम के गटर से निकला।

इससे परिजनों का गुस्सा बढ़ गया और घटना पर आक्रोश जताते हुए प्रदर्शन करने लगे। लोगों ने दानापुर-गांधी मैदान मार्ग को बंद कर दिया। सड़क पर टायर जलाकर जमकर प्रदर्शन करने लगे। गुस्साए लोगों ने स्कूल में भी घुसकर तोड़फोड़ की। इतना ही नहीं स्कूल के कई कमरों में आग भी लगा दिया। स्कूल की गाड़ियों को तोड़ दिया गया।

मामले की जांच में जुटी पुलिस

स्कूल में बच्चे की हत्या की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने लोगों को समझा-बुझाकर शांत करवाने की कोशिश की लेकिन सभी हत्यारे की गिरफ्तारी की मांग पर अड़े हैं। थाना प्रभारी ने बताया कि चार साल के बच्चे की लाश मिलने के बाद बाद सड़क पर सैकड़ो की संख्या में लोग जमा हो गए। मृत बच्चे की पहचान दीघा के रामजी चक निवासी शैलेंद्र राय के पुत्र आयुष कुमार (4) के रूप में हुई है। थाना प्रभारी का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है। स्कूल प्रबंधन से पूछताछ की जा रही है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत का कारण स्पष्ट हो पाएगा। मामले में आगे की कार्रवाई चल रही है।

सीसीटीवी फुटेज को किया डिलिट

परिवार के लोगों ने बताया कि गुरुवार की सुबह लगभग 6:00 बजे अपने घर से दीघा स्थित स्कूल (टिनी टॉट एकेडमी) के लिए निकला था। क्लास खत्म होने के बाद वहां कोचिंग किया करता था। जब देर शाम तक घर नहीं लौटा तो हमलोगों ने स्कूल की प्राचार्या को फोन किया तो उन्होंने बताया कि बच्चा स्कूल में नहीं है। इसके बाद हमलोग स्कूल पहुंचे। स्कूल की गाड़ी के ड्राइवर को बुलाया गया। तब ड्राइवर ने बताया कि लगभग 6:30 बजे पर सभी बच्चों को स्कूल पहुंचा दिया था। इसके बाद हमलोगों ने स्कूल के सीसीटीवी फुटेज खंगाला। दोपहर 12 के आसपास आयुष स्कूल में दिखा। इसके बाद का सीसीटीवी फुटेज के कई शॉर्ट गायब मिले।परिवार वालों ने आरोप लगाया है कि उनके बच्चे की हत्या के बाद स्कूल के चेंबर में ही हुई है।

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