फ्लिपकार्ट ग्रुप ने एक साल में 6.7 करोड़ लीटर से ज्यादा वेस्टवाटर किया रीसाइकिल

  • जल संरक्षण की दिशा में फ्लिपकार्ट के प्रयासों से ताजा पानी के प्रयोग में कमी आई और बड़े पैमाने पर वर्षाजल संचयन भी हुआ
  •  अपने संयंत्रों के लिए ग्रुप को आईजीबीसी से नेट जीरो वाटर सर्टिफिकेट भी मिला है, जो जल संरक्षण की दिशा में ग्रुप के प्रयासों का प्रमाण है

बिजनेस डेस्क, बेंगलुरु: फ्लिपकार्ट ग्रुप ने जल संरक्षण की दिशा में अपने प्रयासों से बड़ी उपलब्धि प्राप्त की है। ग्रुप ने अपने चार संयंत्रों रेवाड़ी एवं सांपका (हरियाणा), लुधियाना (पंजाब) और मालूर (कर्नाटक) में 6.7 करोड़ लीटर से ज्यादा वेस्टवाटर को रीसाइकिल किया है। जल संरक्षण की दिशा में फ्लिपकार्ट ग्रुप के प्रयास न्यायसंगत तरीके से पानी के प्रयोग को बढ़ावा देने पर केंद्रित हैं। इनमें रिड्यूस (कम प्रयोग), रीयूज (पुन: प्रयोग) एवं रीसाइकिल (पुनर्चक्रण) पर फोकस किया जाता है। संरक्षण के इन प्रयासों से ताजा पानी के प्रयोग (फ्रेशवाटर कंजम्प्शन) में भी 1.4 करोड़ लीटर से ज्यादा की कमी लाने में सफलता मिली है।

प्राकृतिक संसाधनों का संरक्षण

इस तरह से समूह के प्रयास देश के प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण में अहम भूमिका निभा रहे हैं। सभी चार संयंत्रों में समूह को एलपीसीडी (लीटर प्रति व्यक्ति प्रति दिन) खपत में औसतन 30 प्रतिशत तक की कमी करने में सफलता मिली है। इसके साथ-साथ ग्राउंडवाटर रीचार्ज इन्फ्रास्ट्रक्चर की मदद से फ्लिपकार्ट समूह संभावित वर्षाजल संचयन को भी प्राथमिकता दे रहा है, जिससे पर्यावरण संरक्षण की भावना को मजबूती मिल रही है।

सरकार के ‘जल शक्ति अभियान: कैच द रेन’ के अनुरूप जमीनी स्तर पर जल संरक्षण के लक्ष्य के साथ फ्लिपकार्ट सक्रियता के साथ कई रणनीतिक कदम उठा रहा है।अपने चार केंद्रों रेवाड़ी एवं सांपका (हरियाणा), लुधियाना (पंजाब) और मालूर (कर्नाटक) में जल संरक्षण के लिए फ्लिपकार्ट समूह क्या प्रक्रियाएं अपना रहा है?

पानी की मांग कम करना

पानी का मीटर लगाना: पानी का मीटर लगाकर सभी महत्वपूर्ण बिंदुओं पर पानी की खपत पर नजर रखी जाती है
फ्लो रिस्ट्रिक्टर लगाना: सभी टैप से पानी के फ्लो रेट (बहाव) को कम रखने के लिए फ्लो रिस्ट्रिक्टर लगाए गए हैं
वाटर फिल्ट्रेशन की प्रक्रिया में सुधार: आरओ आउटपुट इफिशिएंसी बढ़ाकर पानी की बर्बादी को कम किया गया है

शिक्षा के माध्यम से सशक्तीकरण

क्रिएटिव शोकेस के माध्यम से सभी कर्मचारियों के बीच जल संरक्षण को लेकर जागरूकता बढ़ाई जा रही हैफ्लशिंग के लिए ट्रीट किए गए वेस्ट वाटर का प्रयोग किया जाता है, जिससे ताजा पानी की बचत होती है।लैंडस्केप संबंधी उद्देश्यों के लिए ट्रीट किए हुए अतिरिक्त वेस्ट वाटर का प्रयोग किया जाता है, जिससे ताजा पानी का प्रयोग कम होता है।फ्लोर क्लीनिंग के लिए आरओ से निकलने वाले वेस्ट वाटर का प्रयोग करते हुए ताजा पानी के प्रयोग को कम किया गया है। पानी को स्रोत तक वापस पहुंचाना। छतों एवं अन्य स्थानों पर जमा होने वाले पानी से भूजल रीचार्ज करने के लिए पर्याप्त संख्या में वाटर रीचार्ज इन्फ्रास्ट्रक्चर बनाए गए हैं।

पर्यावरण एवं बिजनेस इकोसिस्टम

समूह के जल संरक्षण संबंधी प्रयासों पर फ्लिपकार्ट ग्रुप के चीफ कॉरपोरेट अफेयर्स ऑफिसर रजनीश कुमार ने कहा, ‘फ्लिपकार्ट ग्रुप में हम प्राकृतिक संसाधनों के महत्व को समझते हैं और इनके संरक्षण के लिए सतर्कता के साथ कदम उठा रहे हैं। हम मानते हैं कि यह हमारी जिम्मेदारी है कि हम ऐसी सर्वश्रेष्ठ प्रक्रियाओं को अपनाएं जिनसे पर्यावरण एवं बिजनेस इकोसिस्टम पर बड़े पैमाने पर सकारात्मक प्रभाव पड़े।

जल संरक्षण की दिशा में हमारे मौजूदा प्रयास इस सोच पर आधारित हैं कि न केवल पानी का प्रयोग समझदारी से होना चाहिए, बल्कि ऐसी व्यवस्था भी बनाई जाए जिससे रीसाइकिलिंग एवं रीचार्जिंग संभव हो सके। नेट जीरो वाटर सर्टिफिकेशन इस दिशा में हमारे प्रयासों का प्रमाण है और ई-कॉमर्स सेक्टर में जल संरक्षण को लेकर नए मानक स्थापित करता है। हम अपने संपूर्ण परिचालन में इस स्थिति को प्राप्त करने और आने वाली पीढ़ियों के लिए ज्यादा अनुकूल भविष्य तैयार करने में योगदान के लिए प्रयास करने को प्रतिबद्ध हैं।’

पर्यावरण पर दुष्प्रभाव

इंडियन ग्रीन बिल्डिंग काउंसिल के नेशनल चेयरमैन गुरमीत सिंह अरोड़ा ने इस उपलब्धि पर फ्लिपकार्ट को बधाई देते हुए कहा, ‘अपने चार संयंत्रों के लिए आईजीबीसी नेट जीरो वाटर रेटिंग प्राप्त करने के लिए फ्लिपकार्ट की प्रतिबद्धता पर्यावरण अनुकूल प्रयासों की दिशा में उसकी नेतृत्वकारी स्थिति का उदाहरण है। वाटर मैनेजमेंट (जल प्रबंधन) की प्रभावी रणनीतियों को अपनाते हुए फ्लिपकार्ट ने इस उद्योग में अनुकरणीय उदाहरण प्रस्तुत किया है। वाटर-इफिशिएंट प्रक्रियाओं को अपनाकर फ्लिपकार्ट पहला ई-कामर्स ऑर्गनाइजेशन बन गया है, जिसने अलग-अलग स्थानों पर अपने चार संयंत्रों पर नेट जीरो वाटर स्टेटस प्राप्त कर लिया है। इससे पर्यावरण पर दुष्प्रभाव (एनवायरमेंटल फुटप्रिंट) कम हुआ है और ज्यादा वाटर-रेजिलिएंट भविष्य को बढ़ावा देने की मिसाल भी कायम हुई है।’

फ्लिपकार्ट की मजबूत स्थिति

फ्लिपकार्ट पहला ई-कॉमर्स ऑर्गनाइजेशन है, जिसने सीआईआई के इंडियन ग्रीन बिल्डिंग काउंसिल (आईजीबीसी) के साथ साझेदारी की है और अपने चार केंद्रों के लिए नेट जीरो वाटर सर्टिफिकेशन प्राप्त किया है। आईजीबीसी की तरफ से मिला यह सर्टिफिकेशन पर्यावरण को लेकर सतर्क संस्थान के रूप में फ्लिपकार्ट की मजबूत स्थिति को दिखाता है और पर्यावरण के अनुकूल प्रक्रियाओं को बढ़ावा देने कंपनी की दृढ़ता को सामने रखता है। इससे ज्यादा हरित भविष्य (ग्रीनर फ्यूचर) में योगदान मिल रहा है।

नेट जीरो वाटर स्टेटस पाने की दिशा में फ्लिपकार्ट ग्रुप के प्रयास इसके व्यापक सस्टेनेबिलिटी लक्ष्य के अनुरूप हैं। फ्लिपकार्ट ग्रुप का लक्ष्य अपने प्रयासों को देशभर में अपने ज्यादा से ज्यादा संयंत्रों तक विस्तार देना और पर्यावरण के प्रति जिम्मेदारी से पूर्ण अपने दृष्टिकोण को प्रदर्शित करना है।

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