लोक कलाकारों को सोशल मीडिया से मिली नई पहचान: बृजेश सिंह

जौनपुर। कल्चरल क्लब एवं वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के जनसंचार विभाग की ओर से पांच दिवसीय कार्यशाला के तीसरे दिन बुधवार को विशेषज्ञों ने रिकॉर्डिंग एवं फोटोग्राफी तकनीक के विभिन्न पहलुओं पर विस्तार से चर्चा की। संस्कृति विभाग उप्र के सहयोग से हो रही कार्यशाला संस्कृति के संरक्षण, संवर्धन, प्रदर्शन, दस्तावेजीकरण पर आधारित है।

Folk artists got new identity from social media: Brijesh Singh
युवा लोक संस्कृति से जुड़ी सामग्री को सोशल मीडिया के माध्यम से आसानी से संरक्षित और प्रसारित कर सकते हैं।

रिकॉर्डिंग की तकनीक जानना जरूरी

प्रशिक्षण सत्र में बतौर मुख्य वक्ता लखनऊ के वरिष्ठ पत्रकार बृजेश सिंह ने कहा कि आजकल सोशल मीडिया का जमाना है विजुअल कंटेंट तैयार करने के लिए रिकॉर्डिंग की तकनीक से परिचित होना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि युवा लोक संस्कृति से जुड़ी सामग्री को सोशल मीडिया के माध्यम से आसानी से संरक्षित और प्रसारित कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि बहुत सारे ऐसे लोक कलाकार हैं जिन्होंने सोशल मीडिया के माध्यम से वैश्विक पहचान बनाई है।

मोबाइल से बनाए कंटेंट

इसी क्रम में लखनऊ इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के वीडियो जर्नलिस्ट तीर्थांकर गुहा ने लोकगीतों की रिकॉर्डिंग के विविध पहलुओं पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कैमरा, लाइट, फ्रेमिंग, मोबाइल फोन से रिकॉर्डिंग आज के बारे में विस्तार से बताया। पत्रकार जावेद अहमद एवं सिनेमैटोग्राफर चंदन सैनी ने भी रिकॉर्डिंग और लेखन की तकनीक से विद्यार्थियों को परिचित कराया।कार्यशाला के संयोजक डॉक्टर दिग्विजय सिंह राठौर ने कहा कि आज आप अपने मोबाइल के माध्यम से लोक संस्कृति से जुड़े कंटेंट बना सकते है।

अतिथियों का स्वागत जनसंचार विभाग के अध्यक्ष डॉ. मनोज मिश्र एवं धन्यवाद् दिया। इस दौरान सचिव डॉ. सुनील कुमार ने किया. इस अवसर पर इस अवसर पर डॉ. अवध बिहारी सिंह, डॉ. चन्दन सिंह, डॉ. सुरेन्द्र यादव, सोनम विश्वकर्मा, अमित मिश्रा समेत तमाम लोग उपस्थित रहे।

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