मुजफ्फरनगर। यूपी के मुजफ्फरनगर में एक साथ मिले चार टाइम बोतल बम (आईईडी) का ऑर्डर देने वाली इमराना की छवि अभी तक साफ सुथरी है, उसका नाम इस मामले में आने पर हर कोई स्तब्ध है, कोई विश्वास नहीं पा रहा है कि सामान्य सी दिखने वाली इमराना का आतंकी कनेक्शन है। बता दे कि पिछले दिनों टाइम बोतल बम बनाकर बेचने के लिए ले जाते समय गिरफ्तार किए गए जावेद को पुलिस ने शनिवार को कोर्ट में पेश कर दिया। उससे चार बम बरामद हुए थे।उसने पुछताछ में बताया था कि यह बम उसने इमराना के आर्डर पर बनाए थे।
24 साल से शहर में रह रहा परिवार
बता दे कि इमराना अपने परिवार के साथ शहर कोतवाली के मोहल्ला प्रेमपुरी में वर्ष 2000 से रहती है। उसका दो मंजिला मकान है। एक घेर बनाकर उसके घर वाले पशु पाल रखे हैं। परिवार के सदस्यों ने जावेद पर इमराना को फंसाने का आरोप लगाया। जावेद के एक परिचित ने इमराना के बेटे सोनू के खाते में 10 हजार रुपये भेजे थे।इमराना के पति आजाद अपनी पत्नी को फंसाने की बात कह रहे है। दंगे के दौरान उनके मकान में आग लगा दी गई थी। वह बंतीखेड़ा का रहने वाला है, उसकी ससुराल शाहपुर के गांव निरमानी में है। उसके परिवार ने कोई अपराध नहीं किया है। उधर, बताया गया कि जावेद पिता की मौत के बाद से अपने चाचा के घर रहता था।
सप्ताह में दो बार आती थी इमराना
ग्रामीणों का कहना है कि वह सप्ताह में दो बार गांव में आती थी और तंत्र-मंत्र के सहारे लोगों की उलझनों को सुलझाने का दावा करती थी। इसके अलावा वह गांव में सामाजिक कार्यों में शामिल होती थी और गरीब निर्धन परिवारों की मदद भी करती थी। ग्रामीणों के अनुसार, उन्हें अखबारों से पता चला है कि इमराना का यह चेहरा भी हो सकता है।इमराना की बेटी रुकसार का कहना है कि उन्होंने मम्मी को पुलिस को सौंप दिया है, क्योंकि उनका परिवार गलत नहीं है।इमराना ने पुलिस को जानकारी दी है कि उसका पति कई साल पहले बिजली चोरी के मामले में जेल गया था।
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