लखनऊ। लोकसभा चुनाव में एनडीए को हराने के लिए साथ आए विपक्षी दल अपने स्वार्थ को छोड़ नहीं पा रहे है। पहले एक दूसरे के लिए सीट कुर्बान करने की बातें करते थे, लेकिन अब जब एक—दूसरे के लिए सीट छोड़ने की बात आ रही है, एक-दूसरे को उसकी औकात दिखा रहे है। पहले अखिलेश यादव ने कांग्रेस को यूपी में उसकी औकात दिखाते हुए मनमुताबिक सीट देने का बयान देने लगे। वहीं मध्यप्रदेश में विधान सभा चुनाव कांग्रेस ने सपा को उसकी औकात याद दिला दी,इससे अखिलश यादव को मिर्ची लग गई है। अखिलेश यादव ने मध्य प्रदेश में मनमुताबिक सीट न मिलने धमकी दी कि यदि विधानसभा चुनाव में गठबंधन नहीं होगा तो लोकसभा चुनाव में भी गठबंधन नहीं होगा।
अखिलेश के बयान से बढ़ी तल्खिया
अखिलेश यादव दरअसल एमपी में 50 से 60 सीटे चाहते है, जबकि कांग्रेस उन्हें दो चार सीटें ही देना चाहती हैं। बता दे कि पिछले विधानसभा चुनाव में सपा ने एक सीट पर विजय प्राप्त किया था, इसलिए कांग्रेस उसे उसी के हिसाब से दो चार सीटे ही देना चाहती है। कांग्रेस अधिकतर सीटों पर प्रत्याशी घोषित कर चुकी हैं,इससे अखिलेश यादव को मिर्ची लग रही है। अखिलेश यादव ने कांग्रेस को धमकी दी है कि यदि विधानसभा चुनाव में गठबंधन नहीं हुआ तो लोकसभा चुनाव में गठबंधन नहीं होगा। अब देखना है कि कांग्रेस सपा मुखिया अखिलेश की धमकी से डरते है या उन्हें उनकी औकात दिखाते है।
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