ज्ञानवापी की हकीकत जानने एसआई ने बिना मशीनों के शुरू किया सर्वे, भारी फोर्स तैनात

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To know the reality of Gyanvapi, SI started survey without machines, heavy force deployed
हिंदू पक्षकार सीता साहू ने कहा कि सर्वे से सच्चाई सामने आएगी। हिंदू पक्ष के वकील सुभाष नंदन ने कहा कि सर्वे पर हमें विश्वास है।

वाराणसी। हिंदू संगठनों की कोशिश और कोर्ट के आदेश के बाद शुक्रवार सुबह वाराणसी के ​विवादित स्थल ज्ञानवापी की सील तोड़कर वजूखाने को छोड़कर शेष अन्य हिस्से का सर्वे भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) की टीम ने शुरू किया। इस दौरान सुरक्षा व्यवस्था के मददेनजर बड़ी संख्या पुलिस फोर्स तैनात है। वहीं इस सर्वे को रोकने की मांग को लेकर मुस्लिम पक्ष की याचिका पर आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होगी। मीडिया रिपोर्टस के अनुसार एएसआई की 64 सदस्यीय टीम में से 34 लोग शुक्रवार सुबह ज्ञानवापी परिसर में पहुंचकर सर्वे कर रहे हैं। टीम ने पूरे परिसर का नक्शा शीट पर उतार लिया है। हिंदू पक्षकार सीता साहू ने कहा कि सर्वे से सच्चाई सामने आएगी। हिंदू पक्ष के वकील सुभाष नंदन ने कहा कि सर्वे पर हमें विश्वास है।

जगह-जगह सुरक्षा के इंतजाम

क्षेत्र में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए सुरक्षा की दृष्टि से गोदौलिया से चौक तक जगह-जगह बैरिकेडिंग लगाई गई है। दर्शनार्थिओं को केवल दोनों तरफ से दर्शन के लिए बैरिकेडिंग से जाने की अनुमति है।बांसफाटक पर रास्ता बंद है। केवल ज्ञानवापी से आने की अनुमति है। जाने की अनुमति नहीं है।ज्ञानवापी परिसर में एएसआई की टीम के सर्वे के बीच सुरक्षा कर्मियों के साथ एसीपी चिनप्पा ने मार्च किया।

बिना मशीनों का हो रहा सर्वे

बता दें कि इस सर्वे के दौरान किसी भी मशीन का उपयोग नहीं किया जा रहा है। मस्जिद के अंदर मौजूदा चित्रों और बनावट फोटो लेने के बाद उसका विश्लेषण किया जाएगा। यह सब कोर्ट की निगरानी में हो रहा है। बता दें कि इससे पहले एएसआई की 43 सदस्यीय टीम ने 24 जुलाई की सुबह सात बजे से ज्ञानवापी में लगभग साढ़े पांच घंटे तक सर्वे किया था। दोपहर लगभग 12:30 बजे सर्वे पर रोक लगाने संबंधी सुप्रीम कोर्ट के आदेश की जानकारी हुई तो काम रोक दिया गया। उस दिन से अब तक 10 दिन सुप्रीम कोर्ट और फिर इलाहाबाद हाईकोर्ट के आदेश से ज्ञानवापी में सर्वे का काम रुका रहा।

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