- भारत मोहर्रम को ग़म और इंडिया ख़ुशी मानता है !
नवेद शिकोह, लखनऊ। इंडिया का बच्चा-बच्चा जानता है कि मोहर्रम मतलब गम, कोई मंदबुद्धि ही मोहर्रम की मुबारकबाद देगा। लेकिन विरोधी दलों का इंडिया नाम का गठबंधन मोहर्रम के मर्म को नहीं समझता। बिहार में महागठबंधन की नीव रखने वाले जनता दल यूनाइटेड और राष्ट्रीय जनता दल की मिली-जुली सरकार है, और इन दलों का सबसे बड़ा वोट बैंक मुस्लिम समाज है। इन दलों को ये भी आशा होगी कि देश का मुस्लिम समाज कांग्रेस की अगुवाई वाले महागठबंधन”इंडिया” की सबसे बड़ी ताकत बनेगा। किंतु शायद इंडिया नाम का ये गठबंधन भारत देश के मर्म को भी नहीं समझता। देशभर का शिया समुदाय ही नहीं मुसलमानों के अधिकांश वर्ग के लोगों के अलावा हिन्दू और सिख समाज के लोग भी मोहर्रम के ग़म में शरीक होते हैं।
शहादत दिवस मोहर्रम
मुसलमानों के साथ हिन्दुओं और सिक्खों ने भी हजरत इमाम हुसैन और उनके बहत्तर शहीदों के शहादत दिवस मोहर्रम पर खिराजे अकीदत पेश की। अपने ग़म का इज़हार किया। गैर मुस्लिम भी परम्परागत तरीके से मोहर्रम के मातम में शरीक हुए। लेकिन इंडिया (महागठबंधन) के अहम दल राष्ट्रीय जनता दल के नेता, बिहार सरकार के मंत्री और लालू प्रसाद यादव के पुत्र तेज प्रताप यादव ने बिहारवासियों को मोहर्रम की दिली मुबारकबाद दी है।
ग़म की तस्वीर पेश करते दिखे
जबकि देशभर की तरह बिहार में भी मोहर्रम में हजरत इमाम हुसैन और उनके साथियों की शहादत के ग़म में सीना पीटकर मातम करते, जंजीरों,छुरियों और कमाओं से मातम करके अपना खून बहाते मातमदारों के हुजूम आज मोहर्रम के ग़म की तस्वीर पेश करते दिखे। भारत के तमाम राजनेताओं ने मोहर्रम के गम में शरीक होकर ट्वीट के जरिए इमाम हुसैन को श्रद्धांजलि अर्पित की। ऐसे में इंडिया के अहम दल राष्ट्रीय जनता दल के तेज प्रताप यादव द्वारा मोहर्रम पर दिली मुबारकबाद देने को लेकर मुस्लिम समाज में रोष व्याप्त हो गया।
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