नई दिल्ली। मिशन 2024 में जुटी भाजपा लगातर अपने कुनबे को मजबूत करने के साथ ही विपक्षी एकता की हवा निकालने में जुटी हुई है। पहले महाराष्ट्र में विपक्ष की हवा निकाली,अब यूपी में विपक्ष को कमजोर करने का सिलसिला शुरू हो गया है। आज सुभासपा अध्यक्ष बीजेपी के चाणक्य कहे जाने वाले अमित शाह के बीच में समझौता हो गया। अब दोनों एक साथ मिलकर चुनाव लड़ेंगी।
लोकसभा चुनाव 2024 से पहले भारतीय जनता पार्टी ने विपक्ष को एक और बड़ा झटका दिया है। ओम प्रकाश राजभर की सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी एक बार फिर से एनडीए में शामिल हो गई है। ओम प्रकाश राजभर ने शनिवार को दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह मुलाकात की।
अमित शाह ने किया ट्वीट
रविवार की सुबह केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने ट्वीट करके एलान किया है। अमित शाह ने ट्वीट करते हुए लिखा कि ओम प्रकाश राजभर से दिल्ली में भेंट हुई। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाले NDA गठबंधन में आने का फैसला लिया है। मैं उनका NDA परिवार में स्वागत करता हूं।राजभर के आने से उत्तर प्रदेश में एनडीए को मजबूती मिलेगी और पीएम मोदी के नेतृत्व में एनडीए द्वारा गरीबों व वंचितों के कल्याण हेतु किए जा रहे प्रयासों को और बल मिलेगा।
लोकसभा की तीन सीट पर सहमति
राजभर ने अमित शाह के सामने लोकसभा चुनाव में कुल तीन सीटों की मांग रखी है। इनमें दो सीटें यूपी में और एक सीट बिहार में मांगी है। हालांकि बिहार में सीट देने को लेकर अभी कोई फैसला नहीं हुआ है, लेकिन यूपी में दो सीट देने पर लगभग सहमति बन गई है।इनमें गाजीपुर और घोसी सीट शामिल हैं। राजभर शाह के सामने यह भी शर्त रखी है कि दोनों सीटें वह अपने सिंबल ही चुनाव लड़ेंगे। सूत्रों का तो यह भी कहना है कि राजभर ने गाजीपुर सीट से अपने छोटे पुत्र अरुण राजभर को चुनाव लड़ाने का भी प्रस्ताव भी अमित शाह को दिया है।
सूत्रों का कहना है कि राजभर ने अमित शाह के सामने यह भी शर्त रखी है कि यदि बिहार में सीट देने की स्थिति नहीं बनती है तो फिर यूपी में चंदौली या आजमगढ़ की लालगंज सीट में से कोई एक सीट सुभासपा को दिया जाए। यानि उन्होंने बिहार में सीट न मिलने की स्थिति में यूपी में कुल तीन सीटें मांगी है ।
सपा -बसपा भी टूटेगी
यूपी की राजनीति को करीब से जानने वालों का कहना है कि लोकसभा दारा सिंह चौहान के इस्तीफे के बाद सपा छोड़कर जाने वालों की लंबी लिस्ट है, सब एक— एक करके सपा को झटका देंगे। इसके साथ ही बसपा के भी कुछ विधायक और सांसद पार्टी छोड़ने की तैयारी में है। बता दे कि इस बार भाजपा यूपी में 80 सीट जीतने के मिशन में जुटी है, इसके लिए वह विपक्ष को पूरी तरह से खत्म करने के मूड में है।
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