लखनऊ। लोकनायक जयप्रकाश नारायण की प्रेरणा एवं सर्व सेवा संघ तथा गांधी स्मारक निधि के सहयोग से राजघाट , वाराणसी में स्थापित गांधी विद्या संस्थान को अनैतिक एवं अवैधानिक तरीके से सरकार अपने कारकूनों द्वारा समाज में विग्रह पैदा करने वालों , लोकतांत्रिक मूल्यों को नष्ट करने वालों और गांधी -बिनोवा -जय प्रकाश के विचारों के विरोधियों को सौंपने का षड्यंत्र कर रही है। यह बातें सोशलिस्ट फाउंडेशन के अध्यक्ष रामकिशोर ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कही। उन्होंने बताया कि गांधी विद्या संस्थान , गांधी -बिनोवा -जय प्रकाश के विचारों में आस्था रखने वालों के लिए केवल भूमि का एक टुकड़ा अथवा भवन मात्र नहीं है वरन् वह स्थान हम सभी के लिए आस्था का स्थल है।गांधी विद्या संस्थान लोकनायक जयप्रकाश नारायण की विराट विरासत है। सामाजिक न्याय ,समता, लोकतांत्रिक मूल्यों में आस्था रखने वाले लोगों ने सरकार और प्रशासन द्वारा किए जा रहे ग़ैर क़ानूनी और गांधी -बिनोवा -जय प्रकाश की विरासत को समाप्त करने के षड्यंत्र का लोकतांत्रिक तरीके से प्रतिरोध करने का निर्णय लिया है। इस संदर्भ में 4-5 जून ,2023 को वाराणसी में प्रतिरोध सम्मेलन आयोजित किया गया था जिसमें देश भर से आए लोगों ने अपनी एकजुटता प्रदर्शित की थी।
सम्मेलन में निर्णय लिया गया था कि सरकार की मिलीभगत और शह से लोकनायक जयप्रकाश नारायण की विरासत को नष्ट करने के षड्यंत्र का पर्दाफाश करने के लिए देश के सभी भागों में प्रतिरोध सम्मेलन आयोजित किए जाएं। इसी क्रम में 17 जून, 2023 को दिल्ली में प्रतिरोध सम्मेलन आयोजित किया गया था। इसी श्रृंखला में आगामी 22 जुलाई, 2023 को लखनऊ में प्रतिरोध सम्मेलन जे.पी.विरासत बचाओ संघर्ष समिति,गांधी स्मारक निधि,सर्व सेवा संघ , उत्तर प्रदेश, सोशलिस्ट फाउंडेशन के तत्वावधान में आयोजित किया जा रहा है। सम्मेलन का विवरण निम्नवत् है;
स्थान: करन भाई हाल , गांधी भवन -(रेजीडेंसी के सामने ) ,शहीद स्मारक के पास , लखनऊ
समय:11.00 से
जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया कि गांधी ,बिनोवा, लोहिया , जयप्रकाश के विचारों में आस्था रखने वाले, सामाजिक न्याय समता, लोकतांत्रिक मूल्यों में विश्वास रखने वाले ,सुशील समाज, नागरिक संगठनों, सामाजिक तथा रचनात्मक कार्यों में जुड़े स्वैच्छिक संगठनों और साथियों से आग्रह है कि वे इस प्रतिरोध सम्मेलन में भाग लेकर अपनी एकजुटता प्रदर्शित करें।