लखनऊ, बिजनेस डेस्क। बैंक ऑफ इंडिया ने उभरती फिनटेक कंपनी एसएलओ टेक्नोलॉजीज (एडवारिस्क) के साथ एक रणनीतिक साझेदारी की घोषणा की। यह साझेदारी बैंक के इन-हाउस लेंडिंग प्लेटफॉर्म के माध्यम से किसान क्रेडिट कार्ड (केसीसी) ऋणों को डिजिटाइज़ करने के लिए की गई है। एसएलओ टेक्नोलॉजीज के साथ सहयोग बैंक ऑफ इंडिया की कॉर्पोरेट योजना का एक हिस्सा है। इसके तहत बैंक का लक्ष्य 2024-25 तक केसीसी ऋण सहित सभी कृषि ऋणों की प्रोसेसिंग को अपने लोन ऑपरेटिंग सिस्टम (एलओएस) – ई-प्लेटफॉर्म के माध्यम से डिजिटाइज़ करने का है। इस तरह बैंक को डिजिटल चैनलों के माध्यम से एंड-टू-एंड एग्री लेंडिंग प्रॉडक्ट को पेश करने और सभी कृषि ऋणों की अंडरराइटिंग में सुधार करने का अवसर भी प्रदान मिलेगा।
फिनटेक के साथ साझेदारी
एसएलओ टेक्नोलॉजीज की सेवाओं का उपयोग निगरानी और ऑन-बोर्ड कोलेटरल के साथ-साथ नए और नवीकरण ऋणों के सटीक वित्तपोषण के लिए भी किया जाएगा। बैंक को अपनी संपत्ति की गुणवत्ता में भी सुधार की उम्मीद है। श्री नकुल बेहरा, महाप्रबंधक – प्राथमिकता क्षेत्र और ग्रामीण व्यवसाय, बैंक ऑफ इंडिया और राहुल मेटकर, संस्थापक और सीईओ, एसएलओ टेक्नोलॉजीज (एडवारिस्क) ने 8 मई, 2023 को इस आशय के समझौते पर हस्ताक्षर किए। फिनटेक के साथ साझेदारी बैंक ऑफ इंडिया के डिजिटल कृषि व्यवसाय को बढ़ाने और सरकार की स्टार्टअप इंडिया पहल को बढ़ावा देने में मदद करेगी।
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