मैनपुरी। प्रदेश के सबसे बड़े राजनीति घराने सपा के गढ़ के रूप में जाना जाता हैं, लेकिन जिस प्रकार भगवा लहर आगे बढ़ रहीं वैसे लग रहा है आने वाले समय में सपा का यहां सभी सफाया हो जाएगा। अखिलेश यादव और उनकी सांसद पत्नी इस समय मैनपुरी का विधान सभा और लोकसभा में प्रतिनिधित्व कर रही हैं, इसके बाद भी यहां भाजपा ने शानदार प्रदर्शन किया है। मैनपुरी नगर पालिका में बीजेपी ने कब्जा जमाया है। बीजेपी की संगीता गुप्ता ने नगर पालिका का चुनाव जीता। इसके साथ ही बीजेपी ने नगर पंचायत में भी बेहतर प्रदर्शन किया। बीजेपी ने नगर पंचायत कुरावली और कुसमरा में जीत दर्ज की है। दोनों ही नगर पंचायत समाजवादी पार्टी के लिए बेहद खास थी।
सपा के गढ़ माने जाने वाले मैनपुरी में दूसरे नगर पंचायत में भी बीजेपी ने कब्जा जमाया सपा के खाते में केवल दो नगर पंचायत की सीट खाते में आई।मैनपुरी नगर पालिका से संगीता गुप्ता, बरनावल नगर पंचायत से शशि गुप्ता और ज्योति खुडि़या से लक्ष्मी देवी, घिरोर से यतेंद्र जैन, किशनी से रीता देवी और कुसमरा से गायत्री देवी को बीजेपी ने उम्मीदवार बनाया था। कुरावली से धर्मेंद्र धम्मा, भोगांव से नेहा तिवारी, और बेवर से सरितकांत भाटिया और करहल से सचिन वर्मा बीजेपी के टिकट पर उम्मीदवार थे।
सुमन को सपा ने उतार था
बता दें कि सपा ने एक नगर पालिका अध्यक्ष पद के लिए सुमन वर्मा को टिकट दिया था। नगर पंचायत कुरावली से अमृता, कुसमरा से संजय गुप्ता, किशनी से रामवती और बेवर से अरुण कुमार, करहल नगर पंचायत से अब्दुल नईम, नगर पंचायत घिरोर से अनिल और बरनाहल से श्वेता पर सपा ने भरोसा जताया था।
लोधी वोटरों का भरोसा नहीं जीत पाए
मैनपुरी में वैसे तो यादव की संख्या ज्यादा है, लेकिन लोधी मतदाता भी भारी तादाद में हैं, अखिलेश यादव ने इस बार लोधी वोटरों को साधने के लिए सुमन वर्मा को मैदान में उतारा था, लेकिन भगवा लहर में वह भी सपा की नैया पार नहीं लगा सकी। हालांकि लोकसभा के उपचुनाव में सपा की ओर से डिंपल यादव ने बड़ी जीत दर्ज की थी।