बांदा। प्रयागराज के माफिया अतीक अहमद और अशरफ का भले ही अंत हो गया हो,लेकिन उनसे जुड़े किस्से रोज सभी को चौंका रहे हैं। चाहे माफिया के नाबालिग बेटे द्वारा युवक को निरवस्त्र करके पिटाई करने का मामला हो या माफिया को मारने वाले हत्यारोपी लवलेश तिवारी का कबूलनामा। पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार लवलेश माफिया अतीक की गैंग में शामिल होना चाह रहा था, इसके लिए वह उसके कार्यालय भी गया था, लेकिन माफिया ने उसे बच्चा समझकर वहां से भगा दिया था, उसी की खुन्नस निकालने के लिए लवलेश ने माफिया और उसके भाई को ठिकाने लगाया।
बांदा के क्योटरा निवासी यज्ञ कुमार तिवारी के पुत्र लवलेश तिवारी जेल जाने के बाद से काफी बिगड़ गया था। उसकी हरकतों को लेकर परिवार वालों ने भी उसका ध्यान देना छोड़ दिया था। धीरे-धीरे बुरी संगत में पड़कर बिगड़ता चला गया और नशे का आदी हो गया। सूत्रों के मुताबिक लवलेश अतीक के गैंग में शामिल होना चाहता था। उससे मिलने के लिए वह प्रयागराज में चकिया स्थित दफ्तर गया था। उसे बालक समझकर भगा दिया गया। कहा जा रहा है कि यह बात उसने एसआईटी को जांच के दौरान भी बताई है।
घर में खाने के लाले
माफिया पर गोली चलाने वाले लवलेश तिवारी के परिवार की आर्थिक स्थिति काफी खराब हैं। परिवार वाले किसी तरह गुजारा कर रहे हैं। ऐसे में उसके पास आठ लाख की पिस्टल कहा से आई यह सवाल हर किसी को चुभ रहा हैं। ग्रामीणों का कहना है कि लवलेश के पीछे कोई ताकतवर इंसान खड़ा है जिसने इस हत्याकांड की पठकथा लिखकर उससे गोलियां चलवाई। मोहल्ले के लोगों के मुताबिक लवलेश इतना बड़ा कदम खुद से नहीं उठा सकता था।किसी के बहकावे में आकर ही उसने हत्याकांड अंजाम दिया है।
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