नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। ग्लैक्सोस्मिथक्लीन फार्मास्युटिकल्स लिमिटेड ने प्रतिष्ठित अभिनेत्री और दो बच्चों की मां करीना कपूर खान को अपने नवीनतम डिजिटल अभियान ‘फैसला सही, जिंदगी सही’ से जोड़ने का एलान किया है। इस अभियान के तहत जीएसके ने माता-पिता से बच्चों के लिए बाल रोग विशेषज्ञ द्वारा बताए गए टीके समय पर लगवाने का आह्वान किया है। नवजात शिशुओं के लिए ही नहीं, बल्कि एक साल और उससे आगे की उम्र में भी टीकाकरण का उतना ही ध्यान रखा जाना चाहिए। इस डिजिटल फिल्म में करीना जीवन के उन पलों के बारे में बात करती हैं, जो सही समय पर टीका नहीं लगवाने के कारण बच्चे अक्सर गंवा देते हैं।
बच्चे जर्म्स का शिकार होते
इस अभियान के बारे में करीना कपूर खान ने कहा, ‘मैं जीएसके जैसी भरोसेमंद कंपनी के साथ मिलकर बच्चों के टीकाकरण के प्रति जागरूकता बढ़ाने की पहल का हिस्सा बनकर खुश हूं। एक मां के रूप में मैं अपने बच्चों को स्वस्थ एवं खुश देखना चाहती हूं। वर्तमान समय में बच्चों के स्वास्थ्य के प्रति सतर्क रहना बहुत आवश्यक है, क्योंकि विभिन्न सार्वजनिक स्थानों पर बच्चे लगातार कई तरह के जर्म्स का शिकार होते रहते हैं। जब मैं बाल रोग विशेषज्ञ द्वारा बताए हुए टीके अपने बच्चों को सही समय पर लगवाती हूं तो असल में मैं उन्हें कई बीमारियों से बचाने का प्रयास करती हूं।’
खतरनाक संक्रमणों से बचाव
बचपन में होने वाले फ्लू, मेनिंजाइटिस, चिकन पॉक्स और हेपेटाइटिस ए जैसे संक्रमण बच्चों के लिए खतरनाक हो सकते हैं और कुछ मामलों में बच्चों को अस्पताल में भर्ती कराने की स्थिति भी हो जाती है। इससे बच्चों के विकास पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। टीकाकरण बच्चों को इन खतरनाक संक्रमणों से बचाने और उनके जीवन को स्वस्थ रखने में सहायता कर सकता है।[i] [ii] [iii] इंडियन एकेडमी ऑफ पीडियाट्रिक्स (आईएपी) 18 साल की उम्र तक के बच्चों के लिए टीकाकरण शेड्यूल की सिफारिश करती है।[iv] माता-पिता अक्सर पहले साल बच्चों के जरूरी टीकाकरण शेड्यूल का पालन करते हैं और उसके बाद टीका उनकी प्राथमिकता में नहीं रह जाता है, जिससे कुछ टीके छूट जाते हैं। ‘फैसला सही, जिंदगी सही’ कैंपेन माता-पिता को प्रोत्साहित करेगा कि वे पहले साल के बाद भी बाल रोग विशेषज्ञ द्वारा तय किए गए बच्चों के टीकाकरण शेड्यूल का पालन करें।
माता पिता को करेंगे जागरूक
ग्लैक्सोस्मिथक्लीन फार्मास्युटिकल्स लिमिटेड की एक्जीक्यूटिव वाइस प्रेसिडेंट-मेडिकल अफेयर्स डॉ. रश्मि हेगड़े ने कहा, ‘पिछले साल देश में कुछ ऐसी बीमारियों के मामले सामने आए थे, जिनसे टीका लगाकर बचना संभव होता है। उदाहरण के तौर पर पिछले साल मई से नवंबर के बीच देशभर में खसरा के 11,000 से ज्यादा मामले सामने आए थे।v इसी तरह अगस्त, 2022 में महाराष्ट्र में स्वाइन फ्लू और अक्टूबर, 2022 में कोटा में हेपेटाइटिस ए के मामले देखे गए थे।vi vii यह चिंता की बात है, क्योंकि भविष्य में भी इस तरह के मामले आ सकते हैं। बचाव के लिए जरूरी है कि सभी बच्चों का टीकाकरण समय पर हो। हमने यह अभियान ऐसी बीमारियों के बारे में जागरूकता लाने के लिए शुरू किया है, जिनसे वैक्सीन के माध्यम से बचना संभव है। हम माता-पिता को जागरूक करेंगे कि बाल रोग विशेषज्ञ की सलाह के अनुरूप समय पर अपने बच्चों का टीकाकरण कराएं।’
नकारात्मक मान्यताओं को दूर करना
इस अभियान के तहत टीके को लेकर लोगों के बीच व्याप्त भ्रम दूर किए जाएंगे। गलत जानकारी, नकारात्मक मान्यताओं और टीके के कारण असुरक्षा की भावनाओं के कारण ऐसे भ्रम व्याप्त हैं।[v] माता-पिता से यह अपील भी की जाती है कि MyVaccinationHub.co.in वेबसाइट पर लॉगऑन करें, जहां 12 भाषाओं में टीकाकरण से संबंधित जानकारियां उपलब्ध हैं। इस पर एक डिजिटल वैक्सीनेशन ट्रैकर भी है, जिसकी मदद से माता-पिता बच्चों के टीकाकरण पर नजर रखने के लिए रिमाइंडर लगा सकते हैं। इस अभियान को यूट्यूब व MyVaccinationHub.in पर डिजिटल वीडियो समेत विभिन्न मीडिया फॉर्मेट के जरिये प्रसारित किया जाएगा और देशभर में बाल रोग विशेषज्ञों तक भी इसे पहुंचाया जाएगा।
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