तीन राज्यों में बजा चुनावी बिगुल: ​त्रिपुरा में 16 फरवरी, मेघालय-नगालैंड में 27 फरवरी को वोटिंग,नतीजे 2 मार्च को

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Election bugle sounded in three states: Tripura on February 16, Meghalaya-Nagaland voting on February 27, results on March 2
तीनों राज्यों में महिला वोटरों की भागीदारी ज्यादा है और यहां चुनावी हिंसा भी ज्यादा नहीं होती।

नई दिल्ली। चुनावी साल 2023 में नौ राज्यों में विधानसभा के लिए मतदान होने हैं, पहले चरण में तीन राज्यों के चुनावी कार्यक्रम में बुधवार को चुनाव आयोग ने घोषित कर दिए। चुनाव आयोग ने त्रिपुरा, मेघालय और नगालैंड के विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया।

त्रिपुरा में 16 फरवरी को मतदान होगा। मेघालय और नगालैंड में 27 फरवरी को वोटिंग होगी। सभी राज्यों के नतीजों का ऐलान 2 मार्च को होगा। आपकों बता दें ​कि इन तीनों राज्यों में बहुमत का आंकड़ा 31 है। यानि जो भी पार्टी यह आंकड़ा छूएगी वह सरकार बनाएगी।मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि तीनों राज्यों में महिला वोटरों की भागीदारी ज्यादा है और यहां चुनावी हिंसा भी ज्यादा नहीं होती। हम यहां पर निष्पक्ष चुनाव के लिए प्रतिबद्ध हैं।

9 हजार 125 पोलिंग स्टेशन

तीनों राज्यों में 9 हजार 125 पोलिंग स्टेशन बनाए गए हैं। ग्रामीण इलाकों की बात करें तो 2018 के मुकाबले 82% ज्यादा पोलिंग स्टेशन बनाए गए हैं। तीनों राज्यों में 376 पोलिंग स्टेशन महिला स्टाफ संभालेंगे।तीनों राज्यों में 62.8 लाख वोटर्स हैं। इनमें 31.47 लाख महिला वोटर्स और 80 साल से ज्यादा की उम्र वाले 97 हजार वोटर्स हैं। 1.76 लाख फर्स्ट टाइम वोटर्स हैं।

सीमा के अंतिम गांव में भी मतदान केंद्र

नगालैंड के मोन जिले का लोंगवा गांव भारत-म्यांमार की सीमा रेखा पर बसा अंतिम गांव है। गांव का एक हिस्सा भारत में है और दूसरा म्यांमार में है। गांव के लोगों को दोहरी नागरिकता हासिल है। स्थानीय लोग बिना किसी वीजा-पासपोर्ट या कागजात के बेरोकटोक सीमा पार आवाजाही कर सकते हैं। यहां कोन्याक नागा जनजाति के करीब पांच सौ परिवार रहते हैं। यहां भी मतदान केंद्र बनाया जाएगा।

मेघालय विधानसभा: सीटें- 60, बहुमत- 31

मेघालय में 2018 में 59 सीटों पर चुनाव हुए थे। कांग्रेस ने सबसे ज्यादा 21 सीटें जीती थीं। BJP को यहां महज 2 सीटें ही मिल सकी थीं। नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीईपी) को 19 सीटें मिली थीं। इसने पीडीएफ और एचएसपीडीपी के साथ मिलकर सरकार बनाई। इन्होंने मेघालय डेमोक्रेटिक अलायंस (एमडीए) बनाया। यहां पिछले तीन महीनों से पार्टियां चुनावी मोड में हैं। कांग्रेस ने 40 और NPP ने 58 उम्मीदवारों की लिस्ट पहले ही जारी कर दी है।

त्रिपुरा विधानसभा: सीटें- 60, बहुमत- 31

राज्य में 2018 में 59 सीटों पर चुनाव हुए थे। बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी। 35 सीटें मिली थीं। भाजपा ने लेफ्ट के 25 साल के गढ़ को ध्वस्त कर दिया था। पहले बिप्लब देव CM बनाए गए थे, लेकिन मई 2022 में माणिक साहा को मुख्यमंत्री बना दिया गया।आगामी चुनाव में भाजपा को रोकने के लिए CPM और कांग्रेस ने हाथ मिला लिया है। एक और बड़ी पार्टी ममता बनर्जी की TMC भी है, जो भाजपा को टक्कर दे सकती है।

नगालैंड विधानसभा: सीटें-60, बहुमत-31

नगालैंड में नेशनल डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी की सरकार है। नेफ्यू रियो CM हैं। एनडीपीपी 2017 में अस्तित्व में आई थी। एनडीपीपी ने तब 18 और भाजपा ने 12 सीटें जीती थीं। दोनों दलों ने चुनाव से पहले गठबंधन किया था। सरकार में एनडीपीपी, भाजपा NPP और JDU शामिल हैं। पिछले साल दोनों दलों ने जॉइंट स्टेटमेंट में कहा था कि NDPP 40 और भाजपा 20 सीटों पर मिलकर चुनाव लड़ेगी।

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