AIUTUC उत्तर प्रदेश राज्य सम्मेलन के दूसरे दिन जुलूस व सभा का आयोजन

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AIUTUC उत्तर प्रदेश राज्य सम्मेलन के दूसरे दिन आयोजित जन सभा को सम्बोधित करते हुए AIUTUC के राष्ट्रीय अध्यक्ष कामरेड के. राधाकृष्णन

11 दिसंबर 2022, मुरादाबाद। ऑल इंडिया यूनाइटेड ट्रेड यूनियन सेंटर के तीसरे उत्तर प्रदेश राज्य सम्मेलन के दूसरे दिन खुले अधिवेशन के अवसर पर रेलवे स्टेशन मुरादाबाद से बुध बाजार ,बाजार गंज होते हुए अंबेडकर पार्क तक एक जुलूस निकाला गया। जुलूस में विभिन्न क्षेत्रों के कर्मचारी ,मजदूर शामिल हुए। सम्मेलन स्थल पर पहुंचकर जुलूस सभा में परिवर्तित हो गया।सभा की अध्यक्षता संगठन के नवनिर्वाचित अध्यक्ष कॉमरेड विजयपाल सिंह ने की। मंच पर एआईयूटीयूसी के राष्ट्रीय महासचिव कामरेड शंकर दास गुप्ता , राष्ट्रीय अध्यक्ष कॉमरेड के. राधा कृष्ण एवं सोशलिस्ट यूनिटी सेंटर ऑफ इंडिया (कम्युनिस्ट) के पोलिट ब्यूरो सदस्य कामरेड सत्यवान मुख्य अतिथि के रुप में उपस्थित थे ।मंच पर किसान संगठन एआईकेकेएमएस के उत्तर प्रदेश राज्य उपाध्यक्ष कामरेड सोमपाल सिंह व अन्य ट्रेड यूनियनों के प्रतिनिधि भी उपस्थित थे।

सम्मेलन में अपनी बात रखते हुए कामरेड सत्यवान ने कहा कि मौजूदा सरकार एक के बाद एक कर्मचारी -मजदूर विरोधी नीतियां लागू कर रही है। सरकारी विभागों में लाखों पद रिक्त पड़े हैं। लेकिन उन पर भर्तियां नहीं की जा रहीं हैं। दूसरी ओर हमारे देश के करोड़ों योग्य नौजवान रोजगार की तलाश में दर-दर भटक रहे हैं। सरकारी विभागों में जो कुछ थोड़ा बहुत रोजगार दिया भी जा रहा है वह भी नियमित कर्मचारी के तौर पर नहीं ,बल्कि संविदा ,ठेका कर्मचारी के तौर पर दिया जा रहा है। विभिन्न सरकारी विभागों ,नगर निगम, बिजली आदि में काम करने वाले कर्मचारियों को न्यूनतम वेतन का जो भुगतान किया जा रहा है वह भी कानून के अनुसार नहीं है। देश के मौजूदा कानून के अनुसार कर्मचारियों को श्रेणी के अनुसार वेतन दिया जाना चाहिए। हाल ही में कोलकाता हाईकोर्ट ने भी बिजली कर्मचारियों के संबंध में इस बात की पुष्टि की है।ऐसी स्थिति में सभी कर्मचारियों ,मजदूरों, नौजवानों को संगठित होकर संयुक्त रूप से एक जुझारू आंदोलन करना होगा। इसके अलावा उनके सामने कोई रास्ता नहीं है ।
सम्मेलन को संबोधित करते हुए संगठन के महासचिव कामरेड शंकर दास गुप्ता ने कहा कि सरकार की गलत आर्थिक नीतियों का परिणाम है कि हमारे समाज में आर्थिक विषमता बहुत तेजी से बढ़ रही है। जहां एक ओर अमीर लोग अधिक अमीर होते जा रहे हैं वही गरीब मजदूर, किसानों की हालत दिन-ब-दिन बदतर होती जा रही है। इन नीतियों को बदलवाने के लिए जोरदार मजदूर आंदोलन छेड़ना समय की जरूरत है।
सम्मेलन को किसान संगठन एआईकेकेएमएस के उत्तर प्रदेश उपाध्यक्ष कॉमरेड सोमपाल सिंह ने भी संबोधित किया ।उन्होंने कहा कि किसान और मजदूर समाज में दोनों ही उत्पादन का आधार हैं। लेकिन अफसोस की बात है कि यह दोनों ही तबके शोषण से बुरी तरह प्रभावित हैं। किसान अपनी समस्याओं को लेकर लगातार आंदोलन कर रहे हैं। वही मजदूर भी आंदोलन कर रहे हैं ।सरकार की मौजूदा नीतियों के खिलाफ मजदूरों और किसानों का संयुक्त आंदोलन जरूरी है। सम्मेलन को नवनिर्वाचित प्रदेश सचिव कामरेड वालेन्द्र कटियार ने संबोधित करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश में कर्मचारी मजदूर आंदोलन के सामने जो भी चुनौतियां हैं हम उनका मुकाबला करने के लायक संगठन खड़ा करेंगे और प्रदेश में संयुक्त रूप से जोरदार आंदोलन छेड़ने की तैयारी करेंगे । सम्मेलन को अन्य विरादराना ट्रेड यूनियन के नेताओं ने भी संबोधित किया।

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