एटा। इस समय पूरे देश में दिवाली मनाने की तैयारी चल रही है, लेकिन एटा जिले के तीन घरों का त्योहार मातम में बदल गया। दरअसल यहां तीन बच्चों की मिटटी का टीला धसने से मौत हो गईं। बच्चे खेलते हुए एक सुरंगनुमा टीले में घुस गए, इस दौरान हुए हादसे में तीनों की मौत हो गई। देर रात तक पुलिस ने ग्रामीणों की मदद से बच्चों के शव को मिटटी से निकालने के बाद पोस्टर्माटम के लिए भिजवाया।
यह मामला थाना नयागांव के फकीरपूरा गांव का है। यहां के ग्रामीणों ने बताया,” सचिन(12) पुत्र कप्तान सिंह, गोविंद(13) पुत्र लाल बहादुर, कौशल(13) पुत्र प्रेम सिंह बुधवार सुबह घर से खेलने के लिए निकले थे। देर शाम तीनों घर नहीं लौटे। इस पर परिजनों को चिंता हुई। तलाश करते हुए परिजन गांव के बाहर पहुंचे।
सुरंग के बाहर मिले बच्चों के कपड़े
ग्रामीणों ने बताया कि खनन के कारण हुए मिट्टी के सुरंगनुमा जगह के बाहर बच्चों की चप्पलें और कपडे़ पड़े मिले। इसकी सूचना पुलिस को दी गई। साथ ही मिट्टी हटाना शुरू किया। लगभग दो घंटे की मशक्कत के बाद एक-एक कर तीनों बच्चों का शव मिला। बच्चों के शव देख कर पूरे गांव में मातम छा गया। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया है।
एएसपी ने परिजनों को दी सांत्वना
हादसे की सूचना मिलने के बाद अपर पुलिस अधीक्षक धनंजय सिंह कुशवाह प्रशासनिक अधिकारियों के साथ घटनास्थल पर पहुंचे। मामले की जानकारी लेकर पीड़ित परिवार के सदस्यों को सांत्वना दी।अपर पुलिस अधीक्षक ने बताया, बुधवार सुबह से लापता 3 बच्चों का शव मिट्टी के टीले के मलबे में दबा मिला है। तीनों बच्चे खलते हुए मिट्टी के टीले के पास पहुंच गए थे। बच्चों के शवों को पोस्टमॉर्टम के लिये भिजवाया गया है।
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