मुंबई, बिजनेस डेस्क। अग्रणी इलेक्ट्रिक मोबिलिटी स्टार्ट-अप्स में से एक बाज़ बाईक्स ने भारत में नई पीढ़ी के इलेक्ट्रिक व्हीकल इकोसिस्टम की शुरूआत की है। गिग डिलीवरी राइडरों को सुरक्षित एवं सुविधाजनक फास्ट ग्रीन मोबिलिटी उपलब्ध कराने के लिए कंपनी ने इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, दिल्ली में पहले मेड-इन-इंडिया स्मार्ट-रग्ड इलेक्ट्रिक स्कूटर का लॉन्च किया जो इंटेलीजेन्ट स्वैपेबल बैटरी, ऑटोमेटेड बैटरी स्वैपिंग नेटवर्क एवं फ्लीट मैनेजमेन्ट टूल्स से लैस है।
भारत के दोपहिया लॉजिस्टिक्स बाज़ार में लागत प्रभावी एवं आधुनिक समाधान उपलब्ध कराने के उद्देश्य के साथ बाज़ बाईक्स ने परपज़-बिल्ट इलेक्ट्रिक स्कूटर का लॉन्च किया है, जिसे खासतौर पर गिग वर्कर्स की रोज़मर्रा की परिवहन संबंधी ज़रूरतों को ध्यान में रखते हुए बाज़ार में उतारा गया है। इन-हाउस टीम द्वारा डिज़ाइन और विकसित किए गए इस इलेक्ट्रिक स्कूटर की कीमत रु 35,000 (एक्सशोरूम, दिल्ली) है, जो अपने रग्ड फीचर्स के साथ गिग डिलीवरी राइडरों की सुरक्षा को सुनिश्चित करता है। इलेक्ट्रिक स्कूटर से बैटरी को अलग कर स्कूटर की कीमत प्रभावी रूप से कम की गई है, ऐसे में यह गिग राइडरों के लिए ज़्यादा किफ़ायती हो गया है।
खरीददार बाज़ के ऑथोराइज़्ड रेंटल पार्टनर नेटवर्क से इलेक्ट्रिक स्कूटर किराए पर ले सकते हैं। बाज़ इन स्कूटरों को छोटे पैमाने की डीलरशिप्स को बेचेगा, जहां से गिग डिलीवरी राइडर इन्हें किराए पर ले सकते हैं। इस तरह ‘लोकल फॉर वोकल’ के दृष्टिकोण के साथ यह सूक्ष्म-उद्यमिता को बढ़ावा देगा। बाज़ा स्वैपिंग नेटवर्क पे-एज़-यू-मुव मॉडल पर काम करेगा, जिससे गिर डिलीवरी राइडरों के लिए लागत बहुत कम हो जाएगी।
स्थायी परिवहन को बढ़ावा
इस अवसर पर श्री अनुभव शर्मा, चीफ़ एक्ज़क्टिव ऑफिसर, बाज़ बाईक्स ने कहा, ‘‘स्थायी परिवहन को बढ़ावा देने वाले अग्रणी प्लेयर के रूप में हम गिग राइडरों की सुरक्षा और सम्पूर्ण संतोष को ध्यान मं रखते हुए उच्च गुणवत्ता के प्रोडक्ट्स लेकर आते हैं और आधुनिक इकोसिस्टम का निर्माण करते हैं। हमारे सभी प्रोडक्ट्स और सेवाओं को इन-हाउस डिज़ाइन एवं विकसित किया जाता है, ताकि राइडरों को सड़क पर वाहन चलाते समय किसी तरह की चिंता न रहे, उन्हें आसान चार्जिंग सुविधाएं मिल सकें और साथ ही स्कूटर चलाने की लागत भी कम की जा सके।
क्लस्टर्स में दोहराने का लक्ष्य
वर्तमान में हम क्लस्टर दृष्टिकोण पर काम कर रहे हैं, जहां हम दिल्ली में 4-5 किलोमीटर के दायरे में अपने वाहन लॉन्च करते हैं। अगले 8 महीनों में हमने इस मॉडल को कई क्लस्टर्स में दोहराने का लक्ष्य रखा है, ताकि नेटवर्क की अधिकतम उपयोगिता को सुनिश्चित करते हुए पूरी दिल्ली को बाज़ इकोसिस्टम से कवर किया जा सके। नेटवर्क के विकास के साथ, हम बड़ी संख्या में उपभोक्ताओं के लिए नए अवसर लेकर आएंगे।’
मैटेलिक एक्सोस्केलेटन बनाया
ईवी की संभावनाओं एवं कंपनी के दृष्टिकोण पर बात करते हुए श्री शुभम श्रीवास्तव, चीफ़ टेक्नोलॉजी ऑफिसर, बाज़ बाईक्स ने कहा, ‘‘हमारा हर डिज़ाइन बुनियादी ज़रूरतों को ध्यान में रखते हुए तैयार किया जाता है। कमर्शियल सेगमेन्ट में वाहनों का रफ इस्तेमाल होता है, ऐसे में अगर वाहन का रखरखाव ठीक से न किया जाए तो उसकी स्थिति जल्दी खराब हो जाती है। अपने प्रोडक्ट्स डिज़ाइन करते समय हम ऐसे इलेक्ट्रिक स्कूटर का विकास करना चाहते थे, जो इन सभी चुनौतियों को हल कर सके और गिग राइडरों का सच्चा साथी साबित हो। राइडरों की मौजूदा ज़रूरतों को ध्यान में रखते हुए हमने मजबूत मैटेलिक एक्सोस्केलेटन बनाया, जिसमें सभी चीज़ों को भीतर की ओर करके इसे भव्य लुक दिया। इसके अलावा स्कूटर की डिलीवरी के समय आधुनिक टेक्नोलॉजी के साथ हर ज़रूरी सहयोग भी दिया जाता है।’
कमर्शियल इस्तेमाल
भारत के डिलीवरी सेगमेन्ट की बात करें तो राइडर को रोज़ाना 100 किलोमीटर से ज़्यादा वाहन चलाना पड़ता है, ऐसे में वाहन के डाउनटाईम के लिए कोई जगह नहीं होती। बाज़ स्कूटर का मजबूत स्टील एक्ज़ोस्केलेटन इसकी चेसीज़ और भीतरी की ओर मौजूद इंटेलीजेन्ट प्रॉपराइटरी कम्पोनेन्ट को सुरक्षित रखता है। इसके प्रॉपराइटरी सस्पेंशन की वजह से गड्ढों में झटके कम लगते हैं। इस तरह कमर्शियल इस्तेमाल के बावजूद भी वाहन को लम्बी लाईफ मिलती है।बाज़ एनर्जी पॉड्स एआईएस 156 के अनुरूप सुरक्षा फीचर्स के साथ आते हैं, जो उन्हें थर्मल मैनेजमेन्ट फेम रिटारडेन्ट बनाते हैं। इन्हें आईपी68 रेटिंग भी दी गई है, ऐसे में सामान्य परिस्थितियों में वॉटरप्रूफ और शॉकप्रूफ हैं।
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