5 जून, 2022,लखनऊ। विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर क्लीन एयर एम्पलीमेंटेशन नेटवर्क (CAIN-UP) द्वारा वायु प्रदूषण के मुद्दे पर शहीद स्मारक लखनऊ में जन-जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए अर्ज फाउंडेशन के जितेन्द्र पाण्डेय ने कहा तीन साल पहले केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की जारी रिपोर्ट के मुताबिक देश के 13 ऐसे शहर हैं, जहाँ की औसत वायु गुणवत्ता 400 के पार है, जो गंभीर श्रेणी में आता है। इन शहरों में सबसे अधिक 7 उत्तर प्रदेश से हैं।
वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने की दिशा में सबसे जरूरी और पहला कदम यही है कि प्रदूषण का स्तर मापा जाये। बिना जानकारी के समाधान तलाशना संभव नहीं है। आंकड़े मिलना शुरू होते ही जागरूकता, व्यवहार परिवर्तन और फिर नीति परिर्वतन के लिए पैरोकारी भी हो पायेगा।
केन्द्रीय पर्यावरण वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय ने 17 अप्रैल 2018 को राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम (एनसीएपी) का एक प्रस्तावित प्रारूप घोषित किया। मंत्रालय द्वारा घोषित प्रारूप में प्रदूषण के रोकथाम में अब तक असफल रहने वाले जिलों-शहरों को चिन्हित किया गया है और उन्हें प्रदूषण के रोकथाम के लिए जिले स्तर पर योजना तैयार करने का निर्देश दिया गया है। जिसमें उत्तर प्रदेश के भी कुल 17 शहरों को चिन्हित किया गया है। शहरों के अन्दर यह प्रक्रिया अभी तक अत्यंत धीमी है।
इन योजनाओं के निर्माण व क्रियान्वयन में जन भागीदारी का होना अति आवश्यक है। वायु प्रदूषण जैसे गंभीर विषय पर एक समेकित समाधान का लक्ष्य हासिल करने की दृष्टि से यह जरूरी है कि जिले व राज्य स्तर पर योजना निर्माण की यह प्रक्रिया पारदर्शी हो और राज्य की जनता के पास इस प्रक्रिया में शामिल होने के पर्याप्त अवसर हों। प्रदेश सरकार ने इस समस्या से निपटने के लिए पूर्व में अपनी मंशा जाहिर भी की है, ऐसे में अब यह आवश्यक है कि वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए निगरानी और मूल्यांकन तंत्र के विकास के साथ. लक्ष्यों को भी चिन्हित किया जाए।
सभी हितधारकों की भागीदारी बढ़ाए जाने सम्बंधित विभागों की ओर से पारदर्शिता बरते जाने के साथ-साथ वायु प्रदूषण को एक सामाजिक-राजनैतिक चिंता के रूप में देखते हुए सभी स्तरों पर उत्तरदायित्व व जवाबदेही बढ़ाये जाने के प्रयास से ही उत्तर प्रदेश पूरी तरह वायु प्रदूषण मुक्त, स्वच्छ और स्वस्थ बन सकेगा।
पीपुल्स यूनिटी फोरम के संयोजक एडवोकेट वीरेन्द्र त्रिपाठी ने कहा कि हमारे मुहल्लों में पर्याप्त साफ-सफाई का न होना, कूड़े का ढेर लगा होना भी प्रदूषण के लिए जिम्मेदार हैं। इसके लिए हम लोगों की जागरूक जरूरी है।
कार्यक्रम का संचालन क्लीन एयर एम्पलीमेंटेशन नेटवर्क, उत्तर प्रदेश के संयोजक अजय शर्मा ने किया। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश स्कोर के संयोजक संजीव सिन्हा, पीपुल्स यूनिटी फोरम, इंडियन यूथ फेडरेशन की उत्तर प्रदेश की संयोजक अरुणिमा, शिवाजी राव, अजय पटेल, डा. सतीश श्रीवास्तव, यादवेंद्र, नाईम खान, रामकिशोर , अर्ज फाउन्डेशन, अमलतास, सिटीजन फॉर डेमोक्रेसी, सिविल सोसाइटी संगठन आदि सामाजिक संगठनो के कार्यकर्ताओं ने भाग लिया। कार्यक्रम में सभी ने संकल्प लिया कि हम सभी मिलकर जन जागरूकता के माध्यम से शहर को वायु प्रदूषण मुक्त बनायेंगे।