लखनऊ- बिजनेस डेस्क। भारत के अग्रणी उच्च शिक्षा सेवाओं प्रदाताओं में से एक सनस्टोन जिसकी 25 शहरों में 30 से अधिक संस्थानों के साथ सशक्त मौजूदगी है, ने अपने छात्रों के नेटवर्क को एजुकेशन फाइनैंसिंग के आसान विकल्प उपलब्ध कराने के लिए नॉन-बैंकिंग फाइनैंशियल कंपनियों (एनबीएफसी) प्रोपेल्ड और क्रेडेंस के साथ साझेदारी की है। छात्रों के लिए शिक्षा को सुलभ बनाने के उद्देश्य के साथ सनस्टोन ने यह मुहीम शुरू की है।
छात्र अब 0 फीसदी ब्याज वाली ईएमआई योजनाओं के साथ कई फायदों का लाभ उठा सकते हैं। उन्हें अपने पूरे प्रोग्राम (यूजी या पीजी) के लिए लोन (ऋण) की ईएमआई पर कोई ब्याज नहीं चुकाना पड़ेगा। इस योजना के साथ उन्हें लोन प्रोसेसिंग के लिए कोई अतिरिक्त शुल्क भी नहीं देना होगा। पूरी प्रक्रिया डिजिटल है और इस तरह से डिज़ाइन की गई है कि छात्रों को ऋण के लिए जल्द से जल्द अनुमोदन मिल जाए।
फाइनैंसिंग के आसान विकल्प
शून्य ब्याज, शून्य कॉलेटरल, शून्य प्रोसेसिंग शुल्क, शून्य भौतिक दस्तावेजों और शून्य छिपे शुल्कों के साथ छात्र अब आसानी से ऋण पाकर अपनी शिक्षा जारी रख सकेंगे।इस मौके पर श्री पीयूष नांगरू, सह-संस्थापक एवं सीओओ, सनस्टोन ने कहा, ‘‘छात्रों को उद्योग जगत के अनुरूप सुलभ शिक्षा प्रदान करने के प्रयासों को जारी रखते हुए हमें खुशी है कि हम अपने छात्रों के लिए फाइनैंसिंग के आसान विकल्प लेकर आए हैं।
छात्रों की सुविधाओं का रखा ख्याला
सनस्टोन में हमारा हमेशा से यह मानना रहा है कि पैसे की कमी के चलते छात्रों की गुणवत्तापूर्ण शिक्षा में रुकावट नहीं आनी चाहिए। भारत में एजुकेशन लोन की बात सुनकर ही लोग घबरा जाते हैं, ऐसे में छात्रों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए हमने पूरी प्रक्रिया को बेहद आसान बना दिया है। हमने गुरूग्राम एवं बैंगलुरू स्थित अपने कार्यालयों में फाइनैंस हेल्पडेस्क भी स्थापित की है। सनस्टोन में हम छात्रों को उच्च शिक्षा डोमेन में फाइनैंसिंग के विकल्प उपलब्ध कराने में अग्रणी हैं और आने वाले समय में भी हम इस दिशा में अपने प्रयासों को जारी रखेंगे।’’