नई दिल्ली। हार्दिक पटेल को राहुल गांधी ने बड़े जोर शोर से कांग्रेस में शामिल कराया था, लेकिन हार्दिक पटेल ने अब तक कोई खास कमाल नहीं किया।इसके साथ ही हार्दिक पटेल का भी कांग्रेस से मोहभंग होता नजर आ रहा है। गुजरात कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष हार्दिक पटेल ने बुधवार को अपनी ही पार्टी पर जमकर निशाना साधा। हार्दिक पटेल ने कांग्रेस पार्टी पर उन्हें ‘अनदेखा’ करने का आरोप लगाया। हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने 2015 के एक मामले में हार्दिक को बड़ी राहत देते हुए उनकी दोषसिद्धि पर रोक लगा दी थी।
“सिर्फ चुनाव लड़ना ही मेरा मकसद नहीं है,
सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद उन्होंने चुनाव लड़ने के संकेत दिए। अपने फैसले के बाद हार्दिक पटेल ने ट्वीट कर लिखा, “सिर्फ चुनाव लड़ना ही मेरा मकसद नहीं है, बल्कि गुजरात के लोगों की सेवा मजबूती से कर पाऊं यही मेरा उद्देश्य है। आज से तीन साल पहले एक झूठे मुकदमे में मुझे दो साल की सजा सुनाई थी लेकिन आज सुप्रीम कोर्ट ने दो साल की सजा पर रोक लगाई है, मैं न्यायपालिका का हृदय से धन्यवाद करता हूं।”
इस बीच कांग्रेस पर उन्हें “अनदेखा” करने का आरोप लगाते हुए, हार्दिक ने अंग्रेजी अखबार द इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि “पार्टी में मेरी स्थिति उस नवविवाहित दूल्हे की जैसी है, जिसे नसबंदी से गुजरना पड़ा हो।” उन्होंने खोडालधाम ट्रस्ट के अध्यक्ष और ताकतवर पाटीदार नेता नरेश पटेल को लेकर फैसला करने में कांग्रेस की “देरी” पर भी सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि यह पूरे समुदाय का अपमान था। बता दें कि नरेश पटेल को राज्य में लगभग हर पार्टी अपने पाले में लाने के लिए प्रयासरत है।
कांग्रेस पर लगाया अनदेखी का आरोप
अपनी बात रखते हुए हार्दिक ने कहा, “मुझे पीसीसी की किसी भी बैठक में आमंत्रित नहीं किया जाता है, कोई भी निर्णय लेने से पहले वे मुझसे सलाह नहीं लेते हैं, तो इस पद का क्या मतलब है हाल ही में उन्होंने 75 नए महासचिवों और 25 नए उपाध्यक्षों की घोषणा की, क्या उन्होंने मुझसे सलाह भी ली, कि हार्दिक भाई, क्या आपको लगता है कि सूची से कोई मजबूत नेता गायब हैहार्दिक पटेल ने पिछले चुनावों से पहले गुजरात सरकार के खिलाफ एक सफल आंदोलन का नेतृत्व किया था और उन्हें खुद राहुल गांधी ने पार्टी में शामिल किया था। हार्दिक को 2020 में कांग्रेस का राज्य कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया था। चर्चित युवा पाटीदार चेहरे के रूप में हार्दिक इससे पहले भी पार्टी में प्रमुख भूमिका नहीं दिए जाने पर अपनी निराशा व्यक्त कर चुके हैं।
हार्दिक ने कांग्रेस को चेताया
हार्दिक ने कांग्रेस को चेतावनी दी कि पार्टी ने पाटीदार आंदोलन के कारण ही 2015 के स्थानीय निकाय और 2017 के विधानसभा चुनावों में अच्छा प्रदर्शन किया है। कांग्रेस ने 2017 में 182 सदस्यीय सदन में 77 सीटें जीती थीं। उन्होंने कहा, “लेकिन उसके बाद क्या हुआ? कांग्रेस में कई लोगों को लगता है कि पार्टी ने हार्दिक का सही इस्तेमाल नहीं किया।” उन्होंने कहा कि ऐसा इसलिए हो सकता है क्योंकि लोगों को पार्टी में उनसे खतरा महसूस हुआ।
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