महिलाओं ने दिया संदेश:पुरुष समाज पहले अपने आप में बदलाव लाए

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Message given by women: Male society should first bring changes in itself
पुरुष समाज की यह जिम्मेदारी है कि वह अपने आप में बदलाव लाये जिससे महिलाओं के साथ हिंसा और भेदभाव बंद हो।

लखनऊ। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर इनिशिएटिव फाउन्डेशन इंडिया ने लखनऊ के बुध्देश्वर में “जेंडर इक्वालिटी टुडे फॉर ए सस्टेनेबल टुमारो”’ थीम पर कार्यक्रम का आयोजन कर लैंग‍िक भेदभाव को दूर कर समाज में समानता लाने की बात की। इस दौरान संस्था के सदस्यों ने रैली का आयोजन किया और जेंडर आधारित गैरबराबरी,महिला हिंसा, कन्या भ्रूण हत्या, यौन उत्पीड़न, दहेज़ उत्पीडन, बाल विवाह जैसी सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ आवाज उठाने की शपथ दिलाया।

आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए संस्था की बोर्ड मेंबर सरला ने कहा कि महिलाओं के साथ हो रहें हिंसा में सबसे ज्यादा पुरूषों की भूमिका होती हैं, इसलिए पुरुष समाज की यह जिम्मेदारी है कि वह अपने आप में बदलाव लाये जिससे महिलाओं के साथ हिंसा और भेदभाव बंद हो।

सामूदायिक पहल की जरूरत

आज तमाम क़ानून होने के बावजूद समाज में महिलाओं के साथ हिंसा और भेदभाव की घटनाए तेजी से हो रही हैं! महिलाओं के साथ हिंसा और भेदभाव को रोकने हेतु हम सभी को वक्त वक्त पर ऐसी सामुदायिक पहल करते रहने की जरुरत है तभी पुरुष समाज बदलाव आएगा।

अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य पर आयोजित जागरूकता रैली में यूथ लीडर पूजा ने कहा कि जेंडर आधारित भेदभाव को खत्म करने के लिए पुरुषों को अपनी मानसिकता बदलने की जरूरत है। उन्होंने कहा की आज आजादी के 70 साल बाद भी हमारे समाज में महिलाओं को पुरूषों के बराबर अधिकार नहीं मिल रहा हैं इसलिए महिलाओं के साथ लगातार हिंसा और भेदभाव की घटनाए सामने आ रही हैं।

जेंडर आधारित भेदभाव बंद करों

जागरूकता रैली में सभी ने उत्साह से हिस्सा लिया और खूब नारे लगाये और अपने हाथों में कई तख्तियां पकडे थीं, जिस पर “ब्रेक द बायस” “जेंडर आधारित भेदभाव बंद करों ” “स्टाप उमेन वायलेंस” “महिलाओं का उत्पीड़न बंद करों” जैसे कई जोरदार नारे लिखे हुए थे।। रैली में कल्पना, नैंसी, मांसी, शालिनी, मनीषा, खुशी, जीतेन्द्र, पल्लवी लवली सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहें।

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