यूपी का रण: पांचवें चरण की 61 सीटों पर आज शाम थम जाएगा चुनाव प्रचार, इनकी प्रतिष्ठा दांव पर

846
Mission 2024 BJP plans to cut tickets of 30 percent MPs to ensure victory
महाजनसंपर्क अभियान और पार्टी की ओर से कराए जा रहे सर्वे में सांसदों की जमीनी हकीकत सामने आने लगी है।

लखनऊ। प्रदेश में नई सरकार चुनने के लिए मतदान की प्रक्रिया जारी है। सात चरणों के मतदान के क्रम में चार चरण की वोटिंग हो चुकी है। अब पांचवें चरण में जीत हासिल करने के लिए राजनीतिक दल आज शाम तक जोर लगाएंगे इसके साथ ही इस चरण के लिए प्रचार का शोरगुल थम जाएगा। इस चरण में अवध और पूर्वांचल के 11 जिलों की 61 सीटों पर मतदान होने है। इस चरण में 693 प्रत्याशी किस्मत आजमा रहे हैं।

2017 बीजेपी ने जीती थी 47 सीटें

अवध और पूर्वांचल के 11 जिलों में 27 फरवरी को मतदान होना हैं उनमें अमेठी, अयोध्या, सुल्तानपुर, चित्रकूट, बहराइच, श्रावस्ती, बाराबंकी, प्रतापगढ़, प्रयागराज, कौशांबी और गोंडा शामिल हैं। प्रदेश के इस हिस्से को भाजपा का मजबूत गढ़ माना जाता है। 2017 में भाजपा ने यहां की 47 और सहयोगी अपना दल ने तीन सीटें जीती थीं। पांच सीटें बसपा, तीन सपा और एक सीट कांग्रेस के खाते में गई थी।

केशव प्रसाद मौर्य की प्रतिष्ठा दांव पर

पांचवें चरण के मतदान में उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, इलाहाबाद पश्चिम से कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह, इलाहाबाद दक्षिण से नंद गोपाल नंदी, प्रतापगढ़ की पट्टी सीट से मोती सिंह जैसे मंत्रियों की प्रतिष्ठा दांव पर है। पूर्व मंत्रियों अवधेश प्रसाद, तेजनारायण पांडेय उर्फ पवन पांडेय, कुंडा से रघुराज प्रताप सिंह मुख्य हैं।

इसे भी पढ़ें..

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here