भाजपा के खिलाफ किसान संगठनों ने चलाया अभियान, पर्चों का वितरण किया

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प्रेस का सम्बोधित करते हुए रामकृष्ण

 लखनऊ। संयुक्त किसान मोर्चा के मिशन यूपी के तहत विभिन्न संगठन प्रदेश भर में एसकेएम की अपील बांटकर भाजपा को वोट की चोट देने की अपील कर रहे हैं। मोर्चा के सदस्यों का कहना है कि आन्दोलरत किसानों की मांगे मानने का लिखित आश्वासन देकर भाजपा सरकार मुकर गई है इसलिए उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनावों में सजा देने के लिए वे नो वोट टू बीजेपी का अभियान चला रहे है।

एमएसपी पर गारंटी कानून पर एसाईटी गठित हो

मोर्चे के सदस्य सन्तोष परिवर्तक ने बताया कि लखनऊ के विभिन्न इलाकों में पिछले दस दिनों से लगातार जनसंपर्क कर पर्चे का वितरण किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि आज दीवानी कचहरी, कलेक्ट्रेट व कैसरबाग बस अड्डे पर पर्चा वितरण कर वकीलों के मध्य एक सभा का भी आयोजन किया गया।एसकेएम, यूपी के प्रवक्ता शशिकांत ने स्पष्ट किया कि एमएसपी पर गारंटी कानून पर एसाईटी गठित न करने, लखीमपुर नरसंहार के दोषी अजय मिश्र टेनी के बेटे आशीष मिश्र की ग़ैरकानूनी रिहाई को किसान उन्हे चिढ़ाने वाली कार्यवाही मानते हैं। बेरोजगार नौजवानों की जिस तरह पिटाई की गई और मज़दूरों के खिलाफ जो नयी श्रम संहिताएं लागू की गई हैं, वो महंगाई, नोटबंदी, जीएसटी से पहले से ही परेशान जनता कभी नहीं भूल सकती। आन्दोलन स्थगित है, वापस नहीं लिया गया है। उन्होंने कहा कि भाजपा को इन अपराधों की सजा जरूर मिलेगी।


कार्यक्रम में एसकेएम, यूपी के मीडिया प्रभारी शशिकांत, अखिल भारतीय क्रान्तिकारी किसान सभा के विमल व विकास, वर्कर्स काउंसिल के रामकृष्ण, के के शुक्ला, ओ. पी. सिन्हा, युवा अधिकार अभियान के ज्योति राय, क्रान्तिकारी किसान यूनियन के सन्तोष ‘परिवर्तक’, युवा भारत के अंश गुप्ता, दिनेश, सचिन, वीरेन्द्र, जनवादी किसान सभा के एस. एन. कुशवाहा, एहसानुल मलिक, पीपुल्स युनिटी फोरम के एडवोकेट वीरेंद्र त्रिपाठी, एडवोकेट लक्ष्मीनारायण, सी एम शुक्लाा सहित विभिन्न संगठनों के तमाम कार्यकर्ता शामिल हुए।

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