यूपी: कोरोना नाइट कर्फ्यू खत्म, दुकानें खुलने की पाबंदिया भी हटीं

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देश के सबसे बड़े सूबे उत्तर प्रदेश में शनिवार से रात के कोरोना कर्फ्यू समाप्त होने की घोषणा कर दी गई है। जिससे दुकानों के खुलने पर लगी बंदिशें भी समाप्त हो गई हैं।

लखनऊ। देश के सबसे बड़े सूबे उत्तर प्रदेश में शनिवार से रात के कोरोना कर्फ्यू समाप्त होने की घोषणा कर दी गई है। जिससे दुकानों के खुलने पर लगी बंदिशें भी समाप्त हो गई हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक शनिवार दोपहर यह आदेश जारी किया गया है। गौरतलब है कि अभी तक रात के 11 बजे से सुबह छह बजे तक कर्फ्यू जारी था। जिससे दुकानें और रेस्टोरेंट 11 बजे तक बंद हो जाते थे।

बताया गया कि उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण के मामले लगातार कम होते जा रहे हैं जिसे देखते हुए प्रशासन ने निर्णय लिया है। बताया गया कि लखनऊ शहर में संक्रमण कम होने से स्वास्थ्य विभाग ने रैपिड रिस्पांस टीम की तादाद भी आधी करने की तैयारी कर ली है। इसके लिए जिला प्रशासन को पत्र भेजा गया है। वहां से मुहर लगते ही टीम की तादाद घटा दी जाएगी।

रैपिड रिस्पांस टीम की संख्या होगी आधी

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक लखनऊ में रोजाना मिलने वाले नए संक्रमितों की संख्या 100 के करीब पहुंच गई है। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग ने रैपिड रिस्पांस टीम की संख्या में 50 प्रतिशत तक की कटौती का फैसला किया है। वहीं अफसरों के मुताबिक कोरोना के मरीज बढ़ने पर स्वास्थ्य विभाग रोजाना 15 से 20 हजार से अधिक लोगों की रोजाना जांच कर रहा था।

बताया गया कि इसके लिए डीएम के निर्देश पर आरआरटी टीम की संख्या बढ़ाकर 206 कर दी थी। मिली जानकारी के अनुसार अब संक्रमण का ग्राफ कम होने पर टीमों में कटौती करने के लिए डीएम को पत्र भेजा गया है। बताया गया कि वहां से मुहर लगने के बाद टीम की संख्या 100 से नीचे कर दी जाएगी।

ये इलाके अभी भी रेड जोन में

अफसरों के मुताबिक लगातार मरीज मिलने से अलीगंज, इंदिरानगर, गोमतीनगर, आलमबाग व चिनहट को रेड जोन में रखा गया है। बताया गया कि यहां अब भी 17 टीमें काम कर रही हैं। दिसंबर में इनकी संख्या चार से पांच ही थी। बताया गया कि आगे यहां से भी टीमें कम की जाएंगी।

अफसरों के अनुसार लगातार मरीज मिलने से अलीगंज, इंदिरानगर, गोमतीनगर, आलमबाग व चिनहट को रेड जोन में रखा गया है। बताया गया कि यहां अब भी 17 टीमें काम कर रही हैं। वहीं दिसंबर में इनकी संख्या चार से पांच ही थी। बताया गया कि आगे यहां से भी टीमें कम कर दी जाएंगी।

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