दिग्गज उद्योगपति राहुल बजाज का निधन, कैंसर की बिमारी से थे पीड़ित

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50 साल तक बजाज ग्रुप की कमान अपने हाथों में थामने वाले पद्म भूषण सम्मानित उद्योगपति का पुणे स्थित आवास पर निधन हो गया। वे पिछले कई सालों से कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रहे थे।

नई दिल्ली। दिग्गज उद्योगपतियों में शुमार बजाज ग्रुप के पूर्व चेयरमैन राहुल बजाज का शनिवार को निधन हो गया। बताया गया कि उनकी उम्र 83 साल थी। वह कैंसर की बीमारी से पीड़ित थे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक 50 साल तक बजाज ग्रुप की कमान अपने हाथों में थामने वाले पद्म भूषण सम्मानित उद्योगपति का पुणे स्थित आवास पर निधन हो गया।

वे पिछले कई सालों से कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रहे थे। बताया गया कि माडवाड़ी परिवार में जन्मे इस उद्योगपति ने अपनी मेहनत और लगन से बजाज समूह को बुलंदियों तक पहुंचाने का काम किया। इस दिग्गज कारोबारी के निधन से देश के कारोबारी जगत में शोक की लहर है।

अपनी मेहनत से दी बजाज समूह को बुलंदी

मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया कि राहुल बजाज का जन्म 10 जून 1938 को बंगाल प्रेसीडेंसी में हुआ था। राजस्थान के मारवाड़ी में पैदा हुए राहुल का संबंध राजस्थान में सीकर जिले के काशीकाबास से है। बताया गया कि उनकी प्रारंभिक शिक्षा कैथेड्रल एंड जॉन कॉनन स्कूल से पूरी हुई थी। वहीं उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय के सेंट स्टीफेंस कॉलेज से अर्थशास्त्र (ऑनर्स) डिग्री और बंबई विश्वविद्यालय से कानून की डिग्री ली थी।

जिसके बाद राहुल ने हार्वर्ड बिजनेस स्कूल से अपना एमबीए पूरा किया था। गौरतलब है कि बजाज व्यवसायिक घराने की नींव दरअसल राहुल के दादा जमनालाल बजाज के द्वारा रखी गई थी। इसे राहुल बजाज ने आगे बढ़ाया और समूह को बुलंदियों तक पहुंचा दिया। बताया गया कि इस दिग्गज उद्योगपति पिछले साल 29 अप्रैल 2021 को बजाज ऑटो के चेयरमैन पद से इस्तीफा दे दिया था।

उन्होंने अपनी बढ़ती उम्र का हवाला देते हुए यह पद छोड़ा था। जानकारी के मुताबिक वह 1972 से समूह के चेयरमैन पद पर पर कार्यरत थे।  मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक राहुल बजाज ने साल 1965 में बजाज समूह में अपनी जिम्मेदारी की शुरुआत की थी। इसके बाद उन्होंने लगातार मेहनत करते हुए बजाज समूह को देश के सबसे बड़े कारोबारी ग्रुप में शुमार कर दिया था।

राहुल के नेतृत्व में चेतक बना सबसे लोकप्रिय स्कूटर ब्रांड

बताया गया कि बजाज चेतक के नाम से तो सभी वाकिफ हैं। बताया गया कि राहुल बजाज के नेतृत्व में ही चेतक स्कूटर अस्तित्व में आया था और देखते ही देखते दोपहिया वाहनों की श्रेणी में यह सबसे पसंदीदा स्कूटर ब्रांड बना। राहुल उस समय बजाज समूह के अध्यक्ष थे। बताया जाता है कि चेतक की लोकप्रियता इतनी थी उस समय बजाज समूह को भारत की धड़कन कहकर पुकारा जाने लगा था।

वहीं 1980 के दशक में बजाज दो पहिया स्कूटरों का शीर्ष निर्माता था। समूह के चेतक ब्रांड स्कूटर की मांग इतनी अधिक थी कि इसके लिए 10 साल तक का वेटिंग पीरियड था। बताया गया कि राहुल बजाज को 2001 में भारत सरकार ने उद्योग एवं व्यापार क्षेत्र में पद्म भूषण से सम्मानित किया था। वे राज्य सभा के सदस्य भी रहे।

बताया गया कि राहुल बजाज को ‘नाइट ऑफ द नेशनल ऑर्डर ऑफ द लीजन ऑफ ऑनर’ नामक फ्रांस के सर्वोच्च नागरिक सम्मान से भी नवाजा गया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक राहुल बजाज वो बिजनेसमैन हैं, जिन्होंने उदारीकरण का विरोध किया था। बताया गया कि आईआईटी रुड़की समेत सात विश्वविद्यालयों द्वारा डॉक्ट्रेट की मानद उपाधि भी उन्हें प्रदान की गई है।

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