गठबंधन में पेंच: भाजपा और अपना दल गठबंधन में फंसीं पांच सीटें, उम्मीदवारों में घबराहट

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Screw in alliance: Five seats stuck in BJP and Apna Dal alliance, panic among candidates
रविवार को लखनऊ से लेकर दिल्ली तक दोनों पार्टियों के प्रमुख पदाधिकारियों के बीच बैठकें हुईं।

कानपुर। यूपी विधान सभा चुनाव में मैदानी लड़ाई में राजनीतिक दलों के छक्के छूट रहे है। क्योंकि गठबंधन के बाद सामंजस्य बनाने में सभी के पसीने छूट रहे है, नतीजा यह हो रहा है कि सभी दलों में बगावत की आधी चल रही हैं। जिस भी नेता को टिकट नहीं मिल रहा है। वह तुरंत पार्टी छोड़ने के ऐलान के साथ ही नए घर की तलाश में जुट जा रहा है। जुटे भी क्यों नहीं क्योंकि पांच साल बाद यह मौका आया है।

अधिकांश नेता पिछले पांच साल से ही चुनाव की तैयारी में दिन रात खाक छान रहे थे, ऐसे में उनका टिकट कट जाने के बाद अरमानों पर पानी फिरने से अच्छा है नया दल से चुनाव लड़े या निर्दलीय ही मैदान मारने में जुटे हुए है। कुछ ऐसी ही पेंच फंसी है बीजेपी और अपना दल एस के बीच में । बात कर रहे है कानपुर नगर, देहात और फतेहपुर जिले की कुल पांच विधानसभा सीटें भाजपा और अपना दल गठबंधन में फंसी हैं। इन सीटों पर किस पार्टी का प्रत्याशी होगा और किसका सिंबल, इसे लेकर भी रविवार को लखनऊ से लेकर दिल्ली तक दोनों पार्टियों के प्रमुख पदाधिकारियों के बीच बैठकें हुईं।

विधायकों की छटपटाहट बढ़ती जा रही है

अभी तक फैसला न होने से इन सीटों के विधायकों की छटपटाहट बढ़ती जा रही है। सूत्रों के अनुसार, भोगनीपुर और फतेहपुर की बिंदकी सीट के अलावा जहानाबाद को लेकर जातियों के आधार पर प्रत्याशियों को उतारने की रणनीति तय की गई है। चर्चा यह भी है कि कुर्मी बहुल सीट पर एक पूर्व सांसद को चुनाव लड़ाया जा सकता है।बताया जा रहा है कि यह पूर्व सांसद अभी दूसरे दल में हैं। वह जल्द ही भाजपा या फिर अपना दल में शामिल हो सकते हैं। वहीं घाटमपुर सुरक्षित सीट पर कौन लड़ेगा, यह अभी तक तय नहीं हो पाया है। फतेहपुर की जहानाबाद सीट को छोड़कर बाकी जो भी सीटें इस बार अपना दल के खाते में जाने वाली हैं, वहां भाजपा के विधायक हैं।

ऐसे में इन विधायकों की रिपोर्ट अच्छी होने के बावजूद उनका टिकट काटने को लेकर पार्टी भी असमंजस में है। रसूलाबाद सीट पर प्रत्याशी इसलिए नहीं घोषित किया गया है, क्योंकि भाजपा वहां से किसी नए चेहरे को उतारना चाहती है।पिछले दिनों वहां से पूनम संखवार के नाम पर मुहर लगने की चर्चा थी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। इस बीच पता चला है कि अपना दल के कार्यकारी अध्यक्ष आशीष पटेल के साथ भाजपा पदाधिकारियों की दिल्ली में वार्ता चल रही है। इससे जो परिणाम निकलेगा, उसी आधार पर दो दिन में प्रत्याशी तय कर दिए जाएंगे।

चार सीटों के लिए 250 आवेदन

भाजपा से समझौते के आधार पर अपना दल को चार सीटें मिलनी हैं। इसके बाद फतेहपुर की जहानाबाद, बिंदकी, कानपुर देहात की भोगनीपुर और कानपुर नगर की घाटमपुर सीट से अपना दल मुख्यालय पर 250 दावेदारों के आवेदन पहुंच चुके हैं। वैसे जहानाबाद सीट से जयकुमार जैकी विधायक हैं, जो अपना दल से हैं। नए समीकरण को देखते हुए वहां से किसी निषाद बिरादरी के चेहरे को लड़ाने पर भी चर्चा चल रही है।

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