फैंटसी स्पोर्ट्स ने 2021 में खेलों को लोकप्रिय बनाने में किया 3000 करोड़ खर्च

264
Fantasy Sports spent 3000 crores to popularize sports in 2021
अगले तीन सालों में यह उद्योग और यूजर्स की संख्या बढ़ने के साथ-साथ वित्तव्यवस्था में योगदान भी दोगुना बढ़ेगा।

मुंबई बिजनेस डेस्क। देश में फैंटसी स्पोर्ट्स उद्योग ने देश की क्रीड़ा वित्तव्यवस्था में 2020-21 वित्तीय वर्ष में 3000 करोड़ रुपयों का योगदान दिया है। खेलों की टीमों, लीग्स को स्पांसर करना, खिलाड़ियों को खरीदने के अधिकार और समाज के निचले स्तर में खेलों के विकास को उत्तेजना देना आदि कई तरह से यह योगदान दिया गया है।

अगले तीन सालों में यह उद्योग और यूजर्स की संख्या बढ़ने के साथ-साथ वित्तव्यवस्था में योगदान भी दोगुना बढ़ेगा। दिसंबर 2020 में प्रकाशित किए गए एक सिफारिश पत्र में नीति आयोग ने पहले ही कहा है कि तेजी से बढ़ रहे फैंटसी स्पोर्ट्स उद्योग का वैश्विक केंद्र बनने के लिए भारत बहुत ही अनुकूल और आदर्श है।

3.7 बिलियन डॉलर तक पहुंचने की उम्मीद

पीडब्ल्यूसी के रिपोर्ट के अनुसार भारत में ऑनलाईन फैंटसी स्पोर्ट्स उद्योग का वित्तीय मूल्य 2024 तक 3.7 बिलियन यूएस डॉलर्स तक बढ़ने की आशंका है। फैंटसी स्पोर्ट्स और वास्तव में खेले जाने वाले खेलों के बीच एक सहजीवी संबंध होता है। अलग-अलग अभ्यासों में पाए गए परिणामों के अनुसार, फैंटसी स्पोर्ट्स खेलों के साथ जुड़ाव को बढ़ाने में मदद करते हैं, यूज़र्स की खेलों की प्रतियोगिताएं देखने में रूचि बढ़ रही है, जिससे कई खेलों की लीग्स और प्रतियोगिताओं की व्यावसायिक वृद्धि को प्रोत्साहन मिल रहा है।

खेल प्रेमियों के लिए विशेष आफर

फैंटसी स्पोर्ट्स की वजह से यूज़र्स खेलों से जुड़े प्रोग्राम्स देखना पसंद करने लगते हैं, उनकी यह पसंद स्पोर्ट्स कंटेंट प्लेटफॉर्म्स पर पूरी होती है, इस तरह से इन प्लेटफॉर्म्स की लोकप्रियता भी बढ़ रही है। वर्च्युअल टीम्स बनाते हुए और अच्छी तरह से खेल पाने के लिए किए जाने वाले अध्ययन के हिस्से के रूप में जानकारी और आंकड़ें जमा करने के लिए फैंटसी यूज़र्स इंटरनेट का इस्तेमाल करते हैं।

खेलों की प्रतियोगिताएं देखना, खिलाड़ियों के बारे में पढ़ना, अलग-अलग टीम्स की क्षमताओं के बारे में जानना, मौसम और मैदान की स्थिति की जानकारी लेना इन कई कारणों के लिए इंटरनेट का उपयोग किया जाता है। साथ ही फैंटसी स्पोर्ट्स प्लेटफॉर्म्स पर क्रिकेट के अलावा दूसरे खेल, जैसे कि, हॉकी, कबड्डी, फुटबॉल, वॉलीबॉल और अलग-अलग खेलों की महिला टीमों की बढ़ती लोकप्रियता से क्रीड़ा उद्योग की पूरी क्षमताओं को उपयोग में लाए जाने की संभावनाएं हैं।

देसी खेलों को दे रहे बढ़ावा

आईएएमएआई की इंडियाडिजिटल समिट 2022 को संबोधित करते हुए ड्रीम स्पोर्ट्स के सीईओ और सह-संस्थापक श्री हर्ष जैन ने खेलों को बेहतर बनाने में फैंटसी स्पोर्ट्स द्वारा दिए जा रहे योगदान पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया, “यूज़र्स के खेलों के साथ जुड़ाव, खेल देखने वालों की संख्या को बढ़ाने और क्रीड़ा क्षेत्र के व्यावसायीकरण को उत्तेजना देने में योगदान देकर फैंटसी स्पोर्ट्स क्रीड़ा वित्तव्यवस्था में कितना बड़ा योगदान दे सकते हैं वह दिखा रहे हैं।

जैन ने आगे कहा, “फैंटसी स्पोर्ट्स की वजह से द्वितीय और तृतीय श्रेणी के क्रिकेट (प्रतियोगिताओं) और कबड्डी, बास्केटबॉल, हॉकी, फुटबॉल, हैंडबॉल और वॉलीबॉल जैसे क्रिकेट के अलावा दूसरे खेलों में भाग लेने वाले भारतियों की संख्या बढ़ रही है। यूज़र्स को टीम्स बनाने और दूसरों के साथ प्रतिस्पर्धा करने का मौका होता है, जिसके लिए वे ज़्यादा से ज़्यादा प्रतियोगिताएं देखते हैं, पहले जिन्हें ज़्यादा देखा नहीं जाता था उन खेलों के भागों को अब देखा जाने लगा है। इससे यूज़र्स के खेलों के साथ जुड़ाव में काफी बड़ा परिवर्तन हुआ है, खेलों के साथ दर्शकों का जुड़ाव और खेल देखने वालों की संख्या में भारी वृद्धि हो रही है, जिससे खेलों के व्यावसायीकरण पर सकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है।

इसे भी पढ़ें..

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here