बुंदेलखंड। भवरांत पर्व पर जंगलों में शिकार रोकने के लिए वन विभाग मुस्तैद हो उठा और वन कर्मियों की 14 टीमों ने जंगलों का गश्त किया और आज भवरांत पर्व पर टीमें रातभर भ्रमण करेगी। प्रभारी डीएफओ जेडी सिंह के नेतृत्व में सभी रेंजों में टीमें छापामार कार्रवाई करेंगी। ललितपुर, गौना, मडावरा, तालबेहट, माताटीला, जखौरा, बार, महरौनी में टीमों ने जंगल में भ्रमण कर रात में गश्त किया। प्रभारी डीएफओ ने अपनी टीम के साथ बंदरगुढा, देवगढ क्षेत्र के जंगल में गश्त किया।
संक्रांति के एक दिन बाद भी मनाया जाता है भवरांत
मकर संक्रांति के दूसरे दिन भवरांत मनाया जाता है। बुन्देलखण्ड में भवरांत पर्व पर जंगली जानवरों के शिकार की कुप्रथा हैं। इस वर्ष 14 और 15 जनवरी को मकर संक्रांति है। इस प्रकार 16 जनवरी को भवरांत है, भवरांत पर शिकार रोकने के लिए वन विभाग द्वारा जनपद में 14 टीमें बनाई गई है। जिसमें प्रत्येक रेंज में एक एक टीम शिकार को रोकेगी, गौना, मडावरा और ललितपुर रेंज की संवेदनशीलता को देखते हुए इन रेंजो में दो-दो टीमें बनाई गई जो जंगल के चप्पे चप्पे पर नजर रखेगी। प्रभारी डीएफओ ने बताया कि गौना, ललितपुर, मडावरा रंेज संवेदनशील है, जिस कारण यहां विशेष नजर रखी जायेगी, इसके अलावा मुखबिरों का जाल भी फैलाया गया है।
शुक्रवार व शनिवार को सभी टीमों ने अपने अपने क्षेत्र के जंगल में भ्रमण किया। इसके अलावा आज 16 जनवरी को रात में गश्त किया जायेगा। रेंजर सदर आरके पनौरिया के नेतृत्व में टीम ने धौर्रा, रणछोर व मुचकुन्द गुफा के क्षेत्र में भ्रमण किया। इसके अलावा उड़न दस्ता प्रभारी अजय कुमार वर्मा ने माताटीला क्षेत्र में बेतवा किनारे के जंगल मंे गश्त किया।
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