यूपी विधानसभा चुनाव: स्वामी प्रसाद मौर्य के बाद विधायक रोशन लाल और बृजेश प्रजापति ने भी दिया इस्तीफा

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Politics of UP: Swami Prasad Maurya increased Akhilesh's tension, challenged on these two seats
अपनी राजनीतिक पार्टी बनाकर वह मैदान में कुशीनगर से चुनाव लड़ रहे है।

लखनऊ। यूपी विधानसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान के साथ ही टिकट कटने के डर से और नए घर तलाश में भगदड़ मची हुई हेै। आज बीजेपी के तगड़ा झटका माना जा रहा है क्योंकि सरकार में मंत्री रहे स्वामी प्रसाद समेत कई विधायक इस्तीफा दे दिए है। वहीं सभी के सपा में जाने की अटकलें लगाई जा रही है।

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार तिलहर से बीजेपी विधायक रोशन लाल वर्मा और बांदा से बीजेपी बृजेश प्रजापति ने भी पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। मालूम हो कि स्वामी प्रसाद मौर्य योगी कैबिनेट में श्रम एवं सेवायोजन व समन्वय मंत्री थे। स्वामी प्रसाद मौर्य ने राज्यपाल को इस्तीफा सौंपते हुए लिखा, ”माननीय राज्यपाल जी, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के मंत्रिमंडल में श्रम एवं सेवायोजन व समन्वय मंत्री के रूप में विपरीत परिस्थितियों व विचारधारा में रहकर भी बहुत ही मनोयोग के साथ उत्तरदायित्व का निर्वहन किया है किंतु दलितों, पिछड़ों, किसानों बेरोजगार नौजवानों एवं छोटे- लघु एवं मध्यम श्रेणी के व्यापारियों की घोर उपेक्षात्मक रवैये के कारण उत्तर प्रदेश के मंत्रिमंडल से मैं इस्तीफा देता हूं।

पांच बार से विधायक है स्वामी प्रसाद

मालूम हो कि स्वामी प्रसाद मौर्य यूपी सरकार में मंत्री हैं और पांच बार से विधायक हैं। मौर्य पिछड़े समाज के बड़े नेता माने जाते हैं और 80 के दशक से यूपी की राजनीति में सक्रिय रहे हैं। ये बीएसपी के प्रदेश अध्यक्ष रह चुके हैं। बता दें कि 8 अगस्त 2016 को बीजेपी में शामिल हुए थे और इससे पहले लोकदल और बीएसपी में रह चुके हैं। इनकी बेटी संघमित्रा मौर्या बदायूं से बीजेपी की सांसद हैं। इनके इस्तीफे से पूर्वांचल की राजनीति में बीजेपी को काफी नुकसान हो सकता है।

इन्होंने दिया इस्तीफा

योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे स्वामी प्रसाद मौर्य के इस्तीफे के बाद अब कानपुर के बिल्हौर से भाजपा के विधायक भगवती प्रसाद सागर और शाहजहांपुर की तिलहर विधानसभा से विधायक रोशन लाल वर्मा और बांदा के तिंदवारी से विधायक ब्रजेश प्रजापति ने भी पार्टी छोड़ दी है। इन तीनों के भी समाजवादी पार्टी में शामिल होने की चर्चा तेज हो गई है।

केशव मौर्य ने कहा- बैठकर बातचीत करिए

भाजपा सरकार में मंत्री रहे स्वामी प्रसाद मौर्य के इस्तीफे के बाद सात और भाजपा विधायकों के इस्तीफे की चर्चा। इन विधायकों में रोशन लाल वर्मा, भगवती सागर, बृजेश प्रजापति, ममतेश शाक्य, विनय शाक्य, धर्मेंद्र शाक्य और नीरज मौर्य शामिल हैं। रोशन लाल वर्मा ही स्वामी प्रसाद मौर्य का इस्तीफा लेकर राजभवन गए थे।

वहीं, डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने ट्विट कर कहा, ‘आदरणीय स्वामी प्रसाद मौर्य जी ने किन कारणों से इस्तीफा दिया है, मैं नहीं जानता हूं। उनसे अपील है कि बैठकर बात करें जल्दबाजी में लिये हुए फैसले अक्सर गलत साबित होते हैं।’मौर्य के सपा में शामिल होने पर एक और भाजपा विधायक ने कहा- जहां स्वामी प्रसाद वहीं मैं भी शहजहांपुर के तिलहर से विधायक और स्वामी प्रसाद मौर्य के करीबी रोशनलाल वर्मा मौर्य का इस्तीफा लेकर राजभवन पहुंचे। यहां उन्होंने कहा कि स्वामी प्रसाद मौर्य ही मेरे नेता हैं। जहां वो जाएंगे वहीं मैं भी जाऊंगा।

सपा में जा सकते है बीएसपी

उत्तर प्रदेश के श्रम, सेवायोजन और समन्वय विभाग मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने मंगलवार को योगी कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया। स्वामी प्रसाद समाजवादी पार्टी में शामिल हो सकते हैं। उनके साथ उनके कुछ समर्थक विधायक भी भाजपा छोड़कर सपा में शामिल हो सकते हैं। टिकट के बंटवारे को लेकर उनका भाजपा से विवाद चल रहा है। मौर्य 2017 विधानसभा चुनाव से पहले मौर्य बसपा छोड़कर भाजपा में शामिल हुए थे। योगी सरकार से पहले वो मायावती की सरकार में भी मंत्री रह चुके हैं। मौर्य की बेटी संघमित्रा बदायूं से सांसद हैं।

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