लखनऊ। पिछड़ा वर्ग संयुक्त मोर्चा सहयोगी दल भाजपा के घटक दल एकलव्य समाज पार्टी व अहिंसा दल के पदाधिकारियों की संयुक्त बैठक शुक्रवार को आयोजित की गई। बैठक में दोनों दलों एकलव्य समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चन्द्रशेखर निषाद व अहिंसा दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजकुमार लोधी ने संयुक्त रूप से बताया,
कि 16 मार्च 2019 को दोनों दलों का भारतीय जनता पार्टी से गठबंधन इस शर्त पर हुआ था कि सरकार बनने पर दोनों दलों के राष्ट्रीय अध्यक्षों को सरकार में राज्य मंत्री का दर्जा देकर समाज को भागीदारी दी जायेगी। उनक मुताबिक अभी तक निषाद समाज व लोधी समाज को सरकार में भागीदारी न देकर लगातार उपेक्षित किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि इससे समाज में भारी असंतोष व्याप्त हो गया है।
सरकार में भागीदारी नहीं तो वोट नहीं
उनके मुताबिक यदि भाजपा द्वारा दोनों समाज के नेताओं को सरकार में भागीदारी देकर सम्मानित नहीं किया गया तो विधानसभा चुनाव 2022 में निषाद व लोध समाज भाजपा को वोट नहीं देगा। यदि सरकार में भागीदारी नहीं तो वोट नहीं। उन्होंने कहा कि दोनों पार्टियां मिलकर विधानसभा चुनाव में 2022 में 150 से अधिक विधानसभा सीटों पर,
अपने प्रत्याशी संयुक्त रूप से उतारेगी। अन्य बड़ी विपक्षी पार्टियां दोनों दलों के सम्पर्क में हैं और गठबंधन कर चुनाव लड़ना चाहती है। बैठक में मुख्य रूप से सुरेन्द्र मोहन गांधी, रविन्द्र निषाद, रामप्रसाद निषाद, रविप्रकाश वर्मा, अश्वनी जायसवाल, अनमोल कुमार, आशीष गुप्ता, जितेन्द्र साहनी प्रमुख रूप से मौजूद रहे।
इसे भी पढ़े..