सिंगरामऊ, जौनपुर।आल इण्डिया डेमोक्रेटिक स्टूडेंट्स आर्गेनाइजेशन (AIDSO) के द्वारा 3 दिसम्बर 2021 को राजा हरपाल सिंह पी जी कॉलेज सिंगरामऊ के मुख्य द्वार पर आजादी आन्दोलन के गैर समझौतावादी धारा के महान क्रांतिकारी अमर शहीद खुदीराम बोस की 132 वीं जयंती के अवसर पर माल्यार्पण कार्यक्रम व छात्रों की नुक्कड़ सभा आयोजित किया गया। इस अवसर पर सैकड़ों छात्र – छात्राओं, शिक्षकों व आम लोगों ने खुदीराम बोस की फोटो पर पुष्प चढ़ाकर श्रद्धांजलि अर्पित किया।
इस अवसर पर मौजूद छात्र संगठन AIDSO के राज्य सचिव दिलीप कुमार ने कहा कि शहीद खुदीराम बोस मात्र अठारह साल की उम्र में अपने को देश पर न्योछावर कर दिया और 11 अगस्त 1908 को हंसते हुए फांसी के फंदे चूमकर अमर शहीद कहलाये। खुदीराम बोस देश पर शोषण और जुल्म का राज चला रहे अंग्रेजों की डटकर मुखालफत की। तत्कालीन मुज़फ़्फ़रपुर के जुल्मी अंग्रेज जिलाधिकारी किंग्सफोर्ड को मारने की कोशिश की और अन्याय के खिलाफ संघर्ष की मिसाल कायम की। आज देश अंग्रेजों से तो आज़ाद हो गया है, लेकिन क्या आज भी देश से शोषण-जुल्म मिटा है? आज भी आम अवाम अपने हक़-अधिकार से वंचित है।
देश की आधी आबादी महिलाएं
आज भी मुट्ठीभर लोग देश की सम्पदा को हड़प रहे हैं। देश की आधी आबादी महिलाएं अपने ही देश में सुरक्षित नहीं हैं। आज जब हम उनकी शहादत के 113 वर्षों और आज़ादी के 74 सालों बाद उनके सपनों का भारत यानी शोषण और जुल्म-अत्याचार से मुक्त भारत को ढूंढने की कोशिश करते हैं, तो हमें हताशा ही मिलती है। सचमुच आज देश को आप जैसे चरित्रों की सख्त जरूरत है।
आइये, शहीद खुदीराम बोस की जयंती पर संकल्प लें कि हम यथासंभव अन्याय-अत्याचारों का डटकर विरोध करेंगे, गलत को गलत और सही को सही कहेंगे। महान क्रांतिकारी शहीद खुदीराम बोस को हमारी भावभीनी श्रद्धांजलि।
कार्यक्रम का संचालन संतोष प्रजापति (जिला संयोजक, AIDSO) ने किया। अंजली सरोज, चंदा व ऋषि तिवारी ने क्रांतिकारी गीत प्रस्तुत किए। मौके पर विकास मौर्य, अंजली प्रजापति, अमित गुप्ता, वन्दना आदि मौजूद रहे।
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