57 फीसदी भारतीय क्षेत्रीय भाषा में नौकरी के लिए सर्च करना पसंद करते हैं

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57% Indians prefer to search for jobs in the regional language
दूसरे स्तर के शहरों में अंग्रेज़ी के अलावा स्थानीय भाषाओं का ज़्यादा इस्तेमाल किया जाता है
  • 12 महीनों में क्षेत्रीय भाषाओं में हुए 7.2 करोड़ से अधिक इंटरव्यू और 6 करोड़ से अधिक प्रोफेशनल इंटरैक्शन

  • हिंदी, कन्नड और तमिल सबसे पसंदीदा स्थानीय भाषाएं

  • दूसरे स्तर के शहरों में अंग्रेज़ी के अलावा स्थानीय भाषाओं का ज़्यादा इस्तेमाल किया जाता है

मुंबई— बिजनेस डेस्क। भारत के सबसे बड़े जॉब एवं प्रोफेशनल नेटवर्किंग प्लेटफॉर्म apna.co ने आज बताया कि इसके 57 फीसदी यूज़र्स अपनी स्थानीय भाषा में नौकरी के अवसरों की तलाश करना और अपना प्रोफेशनल नेटवर्क बनाना पसंद करते हैं। 2019 में लॉन्च किया गया apna ऐप वर्तमान में अंग्रेजी के अलावा 10 भाषाओं में उपलब्ध है, इनमें हिंदी, कन्नड, बंगाली, आसामी, गुजराती, मलयालम, मराठी, उड़िया, तमिल और तेलुगु शामिल हैं।

अंग्रेजी के बाद हिन्दी सबसे लोकप्रिय

स्थानीय भाषा के इंटरफेस को प्लेटफॉर्म पर ज्यादा पसंद किया जा रहा है। पिछले साल के दौरान जुटाए गए आंकड़ों से यह भी पता चला है कि अंग्रेजी के बाद हिंदी सबसे लोकप्रिय भाषा है, इसके बाद कन्नड और तमिल की लोकप्रियता सबसे अधिक है।

apna के अनुसार दूसरे स्तर के शहरों में यूज़र्स नौकरी की सर्च और प्रोफेशनल नेटवर्किंग के लिए अपनी स्थानीय भाषा का उपयोग करना ज़्यादा पसंद करते हैं। जयपुर, जोधपुर, अहमदाबाद, जबलपुर, भिलाई जैसे शहरों में apna पर स्थानीय भाषा का उपयोग करने वाले यूज़र्स की संख्या सबसे अधिक है। प्लेटफॉर्म के आंकड़ों से यह भी पता चला है कि महानगरों जैसे दिल्ली-एनसीआर और मुंबई में अंग्रेजी के अलावा किसी अन्य भाषा का उपयोग करने वाले यूज़र्स की संख्या अधिक है।

मुंबई— बिजनेस डेस्क। भारत के सबसे बड़े जॉब एवं प्रोफेशनल नेटवर्किंग प्लेटफॉर्म apna.co ने आज बताया कि इसके 57 फीसदी यूज़र्स अपनी स्थानीय भाषा में नौकरी के अवसरों की तलाश करना और अपना प्रोफेशनल नेटवर्क बनाना पसंद करते हैं। 2019 में लॉन्च किया गया apna ऐप वर्तमान में अंग्रेजी के अलावा 10 भाषाओं में उपलब्ध है, इनमें हिंदी, कन्नड, बंगाली, आसामी, गुजराती, मलयालम, मराठी, उड़िया, तमिल और तेलुगु शामिल हैं। अंग्रेजी के बाद हिन्दी सबसे लोकप्रिय स्थानीय भाषा के इंटरफेस को प्लेटफॉर्म पर ज्यादा पसंद किया जा रहा है। पिछले साल के दौरान जुटाए गए आंकड़ों से यह भी पता चला है कि अंग्रेजी के बाद हिंदी सबसे लोकप्रिय भाषा है, इसके बाद कन्नड और तमिल की लोकप्रियता सबसे अधिक है। apna के अनुसार दूसरे स्तर के शहरों में यूज़र्स नौकरी की सर्च और प्रोफेशनल नेटवर्किंग के लिए अपनी स्थानीय भाषा का उपयोग करना ज़्यादा पसंद करते हैं। जयपुर, जोधपुर, अहमदाबाद, जबलपुर, भिलाई जैसे शहरों में apna पर स्थानीय भाषा का उपयोग करने वाले यूज़र्स की संख्या सबसे अधिक है। प्लेटफॉर्म के आंकड़ों से यह भी पता चला है कि महानगरों जैसे दिल्ली-एनसीआर और मुंबई में अंग्रेजी के अलावा किसी अन्य भाषा का उपयोग करने वाले यूज़र्स की संख्या अधिक है। हाइपरलोकल अवसर की तलाश इन रूझानों के बारे में बात करते हुए मानस सिंह, चीफ़ बिज़नेस ऑफिसर- apna.co ने कहा, अपनी मातृभाषा में इंटरैक्ट करने से यूज़र में आत्मविश्वास पैदा होता है, वे आसानी से हाइपरलोकल अवसरों की तलाश कर सकते हैं। हमें विश्वास है कि स्थानीय भाषा का उपयोग करने के ये रूझान आने वाले समय में देश के अन्य शहरों में भी मजबूत होंगे।’ एक साल में 7.2 करोड़ साक्षात्कार पिछले 12 महीनों में apna ने स्थानीय भाषा में 7.2 करोड़ इंटरव्यूज़ और 6 करोड़ से अधिक प्रोफेशनल बातचीत को सक्षम बनाया है। स्थानीय भाषा की इस तकनीक का विकास apna के द्वारा इन-हाउस किया गया है। स्थानीय भाषा में दक्षता से नौकरियों के अवसर खुलते हैं, क्योंकि इंटरनेट कंपनियां भारत में यूज़र्स के लिए अपने प्रोडक्ट पेश करती है। apna ऐसी कई नौकरियां पेश करता है जिनके लिए अंग्रेज़ी भाषा का ज्ञान ज़रूरी नही। ऐसे जॉब रोल्स में शामिल हैं- टेलीकॉलर/ बीपीओ एक्ज़क्टिव, डिलीवरी पार्टनर्स, सेल्स, बैक ऑफिस, कम्प्यूटर/ डेटा एंट्री ऑपरेटर, अकाउन्ट्स, फाइनैंस, ड्राइवर, मार्केटिंग और रीटेल। विस्तार में जुटा है अपना apna ज़्यादा से ज़्यादा शहरों में अपनी मौजूदगी का विस्तार कर रहा है, नौकरी ढूंढने वालों को उनके कौशल, अनुभव और प्राथमिकताओं के अनुसार नौकरियां उपलब्ध कराता है। apna ऐप पर कुशल प्रोफेशनल जैसे कारपेंटर, पेंटर, टेली-कॉलर, फील्ड सेल्स एजेन्ट्स, डिलीवरी कर्मचारियों आदि की 70 से अधिक कम्युनिटीज़ हैं। apna की कम्युनिटीज़ अपने यूज़र्स को उनका प्रोफेशनल नेटवर्क बढ़ाने, पियर लर्निंग में सुधार लाने और अवसरों का लाभ उठाने का मौका देती हैं।
apna की कम्युनिटीज़ अपने यूज़र्स को उनका प्रोफेशनल नेटवर्क बढ़ाने, पियर लर्निंग में सुधार लाने और अवसरों का लाभ उठाने का मौका देती हैं।

हाइपरलोकल अवसर की तलाश

इन रूझानों के बारे में बात करते हुए मानस सिंह, चीफ़ बिज़नेस ऑफिसर- apna.co ने कहा, अपनी मातृभाषा में इंटरैक्ट करने से यूज़र में आत्मविश्वास पैदा होता है, वे आसानी से हाइपरलोकल अवसरों की तलाश कर सकते हैं। हमें विश्वास है कि स्थानीय भाषा का उपयोग करने के ये रूझान आने वाले समय में देश के अन्य शहरों में भी मजबूत होंगे।’

एक साल में 7.2 करोड़ साक्षात्कार

पिछले 12 महीनों में apna ने स्थानीय भाषा में 7.2 करोड़ इंटरव्यूज़ और 6 करोड़ से अधिक प्रोफेशनल बातचीत को सक्षम बनाया है। स्थानीय भाषा की इस तकनीक का विकास apna के द्वारा इन-हाउस किया गया है।

स्थानीय भाषा में दक्षता से नौकरियों के अवसर खुलते हैं, क्योंकि इंटरनेट कंपनियां भारत में यूज़र्स के लिए अपने प्रोडक्ट पेश करती है। apna ऐसी कई नौकरियां पेश करता है जिनके लिए अंग्रेज़ी भाषा का ज्ञान ज़रूरी नही। ऐसे जॉब रोल्स में शामिल हैं- टेलीकॉलर/ बीपीओ एक्ज़क्टिव, डिलीवरी पार्टनर्स, सेल्स, बैक ऑफिस, कम्प्यूटर/ डेटा एंट्री ऑपरेटर, अकाउन्ट्स, फाइनैंस, ड्राइवर, मार्केटिंग और रीटेल।

विस्तार में जुटा है अपना

apna ज़्यादा से ज़्यादा शहरों में अपनी मौजूदगी का विस्तार कर रहा है, नौकरी ढूंढने वालों को उनके कौशल, अनुभव और प्राथमिकताओं के अनुसार नौकरियां उपलब्ध कराता है। apna ऐप पर कुशल प्रोफेशनल जैसे कारपेंटर, पेंटर, टेली-कॉलर, फील्ड सेल्स एजेन्ट्स, डिलीवरी कर्मचारियों आदि की 70 से अधिक कम्युनिटीज़ हैं। apna की कम्युनिटीज़ अपने यूज़र्स को उनका प्रोफेशनल नेटवर्क बढ़ाने, पियर लर्निंग में सुधार लाने और अवसरों का लाभ उठाने का मौका देती हैं।

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