लखनऊ। यूपी की राजधानी लखनऊ में ब्लैकमेलिंग को लेकर हैरान करने वाला मामला सामने आया है। जानकारी के मुताबिक दो तथाकथित पत्रकारों ने आवास एवं विकास परिषद के कर्मचारी का एक महिला के साथ जबरन अश्लील वीडियो बनाकर दस लाख रुपये की मांग की।
बताया गया कि मंगलवार को दोनों रुपये लेने पहुँचे तो पीड़ित की शिकायत पर पुलिस ने उन्हें धरदबोचा। मिली जानकारी के मुताबिक लखनऊ के गोसाईगंज निवासी राम सुरेश यादव आवास विकास परिषद के वृंदावन योजना में बतौर वर्क मेट तैनात हैं। उनके अनुसार 13 नवंबर को एक महिला का फोन आया।
उसने अपना नाम कोमल बताया। कथित कोमल ने अपना मकान बेचवाने की सिफारिश की। मगर सुरेश ने इनकार करके फोन काट दिया। इस पर महिला उन्हें लगातार फोन करती रही। बताया गया कि आखिरकार उसकी बातों में आकर सुरेश 15 नवंबर को मकान देखने चले गए।
सुरेश के मुताबिक महिला उन्हें साउथ सिटी में मिलेनियम स्कूल के पास एक मकान में ले गयी। उसने पूरा मकान दिखाया। इसी बीच उसने दरवाजा बंद कर लिया और कपड़े उतारने लगी। इस दौरान दो युवक मकान में दाखिल हुए। दोनों ने जबरन सुरेश के कपड़े उतरवाए और महिला के साथ उनकी अश्लील वीडियो बनाई।
सुरेश के आरोप के मुताबिक दोनों ने खुद को पत्रकार बताकर उनके घरवालों का नम्बर लिया और वीडियो वायरल करने की धमकी दी। इसके बाद 10 लाख रुपए की डिमांड करके सुरेश को अपनी कार में बैठा लिया। सुरेश के बहुत गिड़गिड़ाने पर 4 लाख देने पर वीडियो डिलीट करने को राजी हुए।
जिसके बाद रुपये का इंतजाम करने के लिए एक दिन की मोहलत दी। 16 नवंबर को उसमें से एक युवक ने फोन किया और जल्दी रुपये लेकर बुलाया। उसने अपना नाम सुनील बताया। उस दिन सुरेश रुपए लेकर नही पहुँचे तो 17 नवम्बर को दूसरे युवक का फोन आया।
उसने अपना नाम कौशल बताकर रुपये मांगे और न देने पर वीडियो परिजनों को भेजने की धमकी देने लगा। सुरेश के मुताबिक खौफ में आकर उन्होंने 1.93 लाख रुपये उन्हें दिए। बाकी रुपए के लिए सुरेश ने उन्हें मंगलवार को बुलाया था। इससे पहले उन्होंने पीजीआई थाने में पूरे मामले की जानकारी दे दी थी।
बताया गया कि दोनों जैसे ही रुपये लेने पहुँचे पुलिस ने दबोच लिया। इधर पीजीआई इंस्पेक्टर धर्मपाल के मुताबिक दोनों आरोपियों से पूछताछ चल रही है।
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