लखनऊ। राजधानी के आईआईएम रोड के सरौरा में स्थित बड़ी भुइयन माता मंदिर एक बार फिर से 109 कुण्डीय सुमेरू रूद्रमहायज्ञ का साक्षी बना है। आज पूरे विधिविधान से साथ महायज्ञ का आरंभ हुआ। इससे पूर्व मंगलवार को यहां भव्य कलश यात्रा का आयोजन हुआ। जिसमें सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए।
इससे पहले यहां पूरे विधिविधान से माता मंदिर में तपस्वी नागा साधू आनंद गिरि ने आचार्यों के दिशा—निर्देशन में पूजन किया। तत्पश्चात् 108 कलशों के साथ सैकड़ों की संख्या में महिला—पुरूष श्रद्धालुओं ने कलश यात्रा में हिस्सा लिया।
मंदिर परिसर में माता के जयकारे व शंखध्वनियों के बीच गाजे—बाजे के साथ दर्जनों वाहनों के काफिले यहां से करीब शाम चार बजे माता चन्द्रिका देवी मंदिर, बख्शी का तालाब, के लिए निकले।
वहां पूजा—अर्चन के बाद जल लेकर पुन: देर शाम कलश यात्रा पहुंची। इस बाबत माता सेवक तपस्वी नागा साधु आनन्द गिरि ने बताया कि लोगों में सद्बुद्धि, सद् व्यवहार तथा धर्म का विकास ही इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य है। उन्होंने बताया कि यहां यह आयोजन नवीं बार हो रहा है।
यज्ञ का शुभारंभ 10 नवंबर यानि आज हो चुका है। उनके मुताबिक 11 नवंबर को रामलीला व कथा का आयोजन आरंभ होगा। वहीं 18 नवंबर को पूर्णाहुति के साथ यज्ञ संपन्न होगा। अगले दिन 19 नवंबर को यहां भव्य भण्डारा के साथ वार्षिक मेले का भी आयोजन होगा। इसके साथ ही यहां दस दिनों तक चलने वाले इस भव्य समागम का समापन हो जाएगा।
ये है आयोजन का पूरा कार्यक्रम
कलश यात्रा: 9 नवंबर, 2021, मंगलवार, प्रात: 11 बजे
यज्ञ शुभारंभ: 10 नवंबर,2021, बुधवार, सायं 6 बजे (अग्नि स्थापना)
रामलीला व कथा:11 नवंबर, 2021 गुरूवार, सायं 6 बजे से रात्रि 10 बजे तक
पूर्णाहुति: 18 नवंबर,2021, गुरूवार, प्रात: 10 बजे
भण्डारा, वार्षिक मेला:19 नवंबर, 2021, शुक्रवार प्रात: 11 बजे से