कानपुर। यूपी के कानपुर शहर में कोरेाना वायरस के बाद जीका वायरस तेजी से पैर पसार रहा है। जीका वायरस के पहले मरीज के सामने आने के बाद से स्वास्थ्य विभाग की टीम लगातार घरों का सर्वें करके सैंपल एकत्रित कर रही है। इस क्रम में कराई गई जांच में एक साथ 25 लोगों में जीका वायरस की पुष्टि होने से हड़कंप मच गया। बुधवार को जीका वायरस के 25 केस सामने आए हैं। सभी संक्रमित चकेरी क्षेत्र के हैं।चकेरी क्षेत्र में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है। इससे पहले चकेरी के पोखरपुर, आदर्शनगर, श्यामनगर, कालीबाड़ी, ओमपुरवा, लालकुर्ती, काजीखेड़ा और पूनम टाकीज क्षेत्र में जीका के मरीज मिले थे।
सीएमओ डॉ नैपाल सिंह ने बताया कि शहर में अब कुल जीका संक्रमितों की संख्या 36 हो गई है। शहर में जीका मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ने के कारण हड़कंप मच गया। इससे दिल्ली और लखनऊ में भी बेचैनी बढ़ गई है। आपकों बता दें कि कानपुर में जीका वायरस का पहला पेशेंट 23 अक्टूबर को मिला था जो बढ़कर 36 तक पहुंच गया।
फैक्ट फाइल
- जीका वायरस डेंगू फैलाने वाले मच्छर एडीज से फैलता है
- गर्भवती महिलाओं के लिए यह अधिक खतरनाक है
- गर्भस्थ शिशु के मस्तिष्क का विकास नहीं होता
- इसकी मृत्यु दर कम बताई जाती है
- पहली बार वर्ष 1952 में यह अफ्रीका के जंगल में एक लंगूर में मिला
वर्ष 1954 में इसे विषाणु करार दिया गया - वर्ष 2007 में एशिया और वर्ष 2021 में केरल और महाराष्ट्र में केस मिले
- 60 फीसदी संक्रमितों में रोग के लक्षण नहीं उभरते
रोग के लक्षण
- हल्का बुखार
- शरीर में दाने और लाल चकत्ते
- सिर दर्द, मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द
- आंखों में लाली
- गुलेन बारी सिंड्रोम, न्यूरोपैथी.
बचाव
- खुद को मच्छरों के काटने से बचाएं
- शरीर को फुल आस्तीन के कपड़ों से ढंके रखें
- मच्छरों को घर के आसपास पनपने न दें
- गर्भवती महिलाओं को खासतौर पर मच्छरों से बचाएं
- घर के टूटे बर्तन, टायर, कूलर में पानी भरा न रहने दें