लखनऊ। केरल और महाराष्ट्र में कोरोना केसों में आई अचानक वृद्धि ने चिन्ताएं बढ़ा दी हैं। इसको लेकर अब यूपी सरकार भी अलर्ट मोड में आ गई है। इसके तहत अब यहां नाइट कर्फ्यू को लेकर और सख्ती बरतने की बात की जा रही है।
दरअसल गुरुवार को टीम-9 की बैठक में सीएम योगी ने कहा कि हर हाल में दुकानें और बाजार अपने समय पर बंद हो जाएं। कोविड प्रोटोकॉल का पालन किया जाए। कहा गया कि पुलिस टीम समय से पहले चेतावनी जारी करने के लिए बाजारों में हूटर बजाते हुए निकले, जिससे कि दुकानें 10 बजे तक बंद हो जाएं।
बताते चलें कि सूबे में अभी तक 4.7 फीसदी लोग वैक्सीनेटेड हो सके हैं। उधर केरल में पिछले 24 घंटे के भीतर 31,445 और महाराष्ट्र में 5,031 केस सामने आए हैं। वहीं, यूपी में गुरुवार को कोरोना के 19 पॉजिटिव केस मिले हैं।
इस दरम्यान 22 मरीज रिकवर हुए। वर्तमान में 342 एक्टिव केस हैं, इनमें से 243 का होम आइसोलेशन इलाज चल रहा है। बताया गया कि गुरुवार को प्रदेश के 60 जिलों में कोरोना को कोई केस नहीं मिला। वहीं 24 घंटे में 2,16, 629 सैंपल टेस्ट किए गए। अब तक कुल 7.10 लाख से अधिक टेस्ट किए जा चुके हैं।
प्रदेश में रिकवरी दर 98.6% है, जबकि बीते 24 घंटे में पॉजिटिविटी दर 0.01% रही। वहीं सूबे में अलीगढ़, औरैया, बदायूं, गोंडा, उन्नाव, हमीरपुर, देवरिया, फर्रुखाबाद, हरदोई, बिजनौर, एटा, शाहजहांपुर, फतेहपुर, महोबा, संत कबीर नगर और कानपुर देहात में कोरोना के सक्रिय मामले शून्य हैं, यानी यहां पर कोरोना के एक भी सक्रिय मरीज नही हैं।
गौरतलब है कि जिन राज्यों में साप्ताहिक संक्रमण दर 3 फीसद तक है, वहां से आने वाले लोगों की RT-PCR रिपोर्ट जरूरी है। इसके अलावा यदि वैक्सीन की दोनों डोज का प्रमाणपत्र है, तो जांच की जरूरत नहीं है। हालांकि बाहर से आने पर क्वारंटाइन की सलाह दी गई है। इसमें मेघालय, नागालैंड, अरुणाचल प्रदेश, त्रिपुरा, महाराष्ट्र,
गोवा, उड़ीसा, आंध्र प्रदेश, मिजोरम, केरल हैं। उधर लखनऊ के एसजीपीजीआई निदेशक डॉ आरके धीमन ने कहा कि CAB यानी कोविड एप्रोप्रियेट बिहेवियर से ही कोरोना संक्रमण को नियंत्रण में लाया जा सकता है। कोरोना की तीसरी लहर का खतरा अभी भी बरकरार है। आने वाले 2 सप्ताह बेहद अहम हैं। इस दौरान कुछ फेस्टिवल भी हैं।
बताया गया कि हमें सयंमित रहकर ही व्यवहार करना होगा। वहीं लखनऊ में सोमवार को लंबे अरसे बाद कोरोना काउंट जीरो रहा पर अगले ही दिन इसमें इजाफा हुआ है। हमें यह समझना पड़ेगा कि हल्की सी लापरवाही का परिणाम बहुत भयावह हो सकता है।
हमने दूसरी लहर में बहुत कुछ खोया है और अब उस स्तर के संक्रमण को दोबारा नहीं झेल सकते। यही कारण है कि CAB यानी कोविड एप्रोप्रियेट बिहेवियर का पालन करना होगा।
यूपी के टॉप-5 जिले जहां एक्टिव केस ज्यादा
जनपद एक्टिव केस
मथुरा 43
मैनपुरी 41
रायबरेली 37
लखनऊ 26
प्रयागराज 22