स्पोर्ट्स डेस्क। Champion trophy के अब तक के सफर को देखा जाए तो भारतीय टीम का सफर सबसे शानदार रहा, जिस भी टीम से मुकाबला रहा, उसे हराया। अब चैंपियन ट्रॉफी भारतीय टीम से बस एक कदम दूर है। भारत का फाइनल मुकाबल दक्षिण अफ्रिाका और न्यूजीलैंड में से किसी एक से होगा। न्यूजीलैंड को हमने अभी बुरी तरह से हराया। आस्ट्रेलिया को चार विकेट से हराने के बाद उसके सामने दक्षिण अफ्रिका हल्की टीम है। हालांकि क्रिकेट को अनिश्चितताओं का खेल कहा जाता है। ऐसे में बस यहीं कहा जा सकता है कि टीम इंडिया को एक बार फिर संयमित और जोशभरी पारी खेलनी होगी। भारत ने सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया को चार विकेट से हराया और लगातार तीसरे आईसीसी टूर्नामेंट के खिताबी मुकाबले में प्रवेश किया।
2023 की हार का बदला लिया
भारतीय टीम ने हरफतमौला खेल दिखाकर आस्ट्रेलिया को चार विकेट से हराया, इससे न केवल हमें फाइनल का टिकट मिला, बल्कि 2023 वनडे विश्व कप के फाइनल में मिली हार का बदला भी चुकता हो गया। भारतीय टीम टूर्नामेंट में अजेय रहते हुए फाइनल में पहुंची है। यह लगातार तीसरी बार है जब भारत सीमित ओवर प्रारूप के आईसीसी टूर्नामेंट के खिताबी मुकाबले में जगह बनाने में सफल रहा है। भारत ने इससे पहले 2023 वनडे विश्व कप, 2024 टी20 विश्व कप के फाइनल में जगह बनाई थी और अब वह चैंपियंस ट्रॉफी के खिताबी मैच में भी पहुंचने में सफल रहा है। इस मैच में विराट कोहली के साथ ही सभी खिलाड़ियों ने शानदार योगदान दिया। हार्दिक पांडया की ताबड़तोड़ बैटिंग ने तो दर्शकों को जोश से भर दिया।
आसानी से पाया लक्ष्य
इस मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया के कप्तान स्टीव स्मिथ ने पहले बल्लेबाजी करने का फैसला लिया था और 49.3 ओवर में 264 रन बनाए थे। लक्ष्य का पीछा करते हुए कोहली एक बार फिर चेज मास्टर साबित हुए और उन्होंने 98 गेंदों पर पांच चौकों की मदद से 84 रन बनाए जिसकी मदद से भारत ने 48.1 ओवर में छह विकेट पर 267 रन बनाकर मैच जीता। लक्ष्य का पीछा करते हुए भारत की शुरुआत अच्छी नहीं रही थी और उसने 43 रन पर दो विकेट गंवा दिए थे। इसके बाद कोहली ने श्रेयस अय्यर के साथ मिलकर तीसरे विकेट के लिए 91 रनों की साझेदारी की और भारत को संभाला। श्रेयस हालांकि अर्धशतक लगाने से चूक गए और 62 गेंदों पर तीन चौकों की मदद से 45 रन बनाकर आउट हुए। कोहली के आउट होने के बाद केएल राहुल और हार्दिक पांड्या ने मोर्चा संभाला। हार्दिक ने आक्रामक अंदाज में बल्लेबाजी की और भारत के जीत के बेहद करीब ले आए। जब टीम को जीत के लिए छह रन बनाने की जरूरत थी, तभी हार्दिक बड़ा शॉट लगाने के चक्कर में आउट हो गए।
हार्दिक ने लगाए तीन छक्के
हार्दिक ने 24 गेंदों पर एक चौका और तीन छक्कों की मदद से 28 रन बनाकर आउट हुए। हार्दिक के आउट होने के बाद केएल राहुल ने मैक्सवेल की गेंद पर छक्का लगाकर टीम को जीत दिलाई। भारत इसके साथ ही लगातार तीसरी बार चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में पहुंचा है। इससे पहले टीम 2013 और 2017 में भी चैंपियंस ट्रॉफी के खिताबी मुकाबले में पहुंचने में सफल रही थी। राहुल 34 गेंदों पर दो चौकों और दो छक्कों की मदद से 42 रन बनाकर नाबाद लौटे, जबकि जडेजा भी दो रन बनाकर नाबाद रहे।भारतीय टीम के सभी खिलाड़ियों ने अपना शानदार सफर जारी रहा तो निश्चित ही वह चैंपियन ट्रॉफी उठाने के हकदार है।विराट कोहली और रोहित शर्मा का अनुभव टीम को महाजीत की ओर ले जा रहे है।
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