लखनऊ: सहसेबीर बाबा मंदिर में कलयुगी कालनेमियों ने धार्मिक आस्था पर यूं किया प्रहार, श्री श्री सूर्य नारायण महायज्ञ के अखंड धूना को तोड़ने व यज्ञशाला में आग लगाने का आरोप

लखनऊ। न्यासी विश्व पुरोहित यजमान न्यास परिसंघ, सूत्रधार अगस्त क्रांति २०२१ हिंदू महापंचायत व राष्ट्र पुनर्निर्माण मिशन के मुख्य प्रशासकीय, धर्ममूर्ति पंडित लक्ष्मण बालयोगी ने साधु के भेष में सजायाफ्ता श्यामानंद एवं उसके शिष्य रामानंद सहित अन्य अपराधियों पर राजधानी के इंन्द्रलोक कालोनी, कृष्णा नगर स्थित प्रचीनतम सहसेबीर बाबा मंदिर परिसर आयोजित श्री श्री सूर्य नारायण महायज्ञ के अखंड धूना को तोड़ने एवं धार्मिक आस्था को मर्माहत करके धार्मिक सामाजिक अस्थिरता उत्पन्न करने का आरोप लगाया है। इस बाबत राज्यपाल उत्तर प्रदेश,मुख्यमंत्री, उत्तर प्रदेश सरकार, जिलाधिकारी लखनऊ, पुलिस आयुक्त, पुलिस कमिश्नरेट लखनऊ तथा थानाध्यक्ष कृष्णानगर, पुलिस कमिश्नरेट लखनऊ को शिकायती पत्र प्रेषित कर अपराधियों के विरुद्ध यथाशीघ्र दंडात्मक कार्रवाई की मांग की गई है।

द्वादश वर्षीय द्वादश कुंडीय श्री श्री सूर्य नारायण महायज्ञ का हो रहा आयोजन

शिकायती पत्र में में कहा गया है कि गुरुमूर्ति महन्त वामेश्वर पुरी जी महाराज, नागा संन्यासी तपस्वी महन्त आंनद गिरी जी महाराज, धर्माचार्य शिवशंकर पुरी जी महाराज, राघव पुरी जी महाराज एवं साध्वी प्रेमानंद सरस्वती जी के सानिध्य में विगत 5 नवम्बर, 2024 से द्वादश वर्षीय द्वादश कुंडीय श्री श्री सूर्य नारायण महायज्ञ सहसेबीर बाबा मंदिर परिसर इंद्रलोक कॉलोनी कृष्णानगर लखनऊ उत्तर प्रदेश में अनवरत चल रहा है, जिसमें उक्त साधू-संतों के द्वारा भारतवर्ष के घर-घर में धर्म, संस्कृति, संस्कार, ऋषि-मुनि परम्परा व भारतीय परम्परा को पुनः संस्थापित करने को लेकर एक अखंड धूना स्थापित किया गया। जिसे बारंबार दुर्दात सजायफ्ता अपराधी श्यामानंद एवं उसके शिष्य रामानंद सहित अन्य कालोनियों के द्वारा अखंड धूना को ध्वस्त करने का अथक प्रयास किया जा रहा है ताकि हमारे यशस्वी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की लोक कल्याणकारी सरकार को बदनाम किया जा सके और साधू-संतों पुरोहितों में राज्य सरकार के प्रति विक्षोभ उत्पन्न हो सके।

साधु-संतों ने की अपराधियों पर कठोर कार्रवाई की मांग

पत्र में साधू-संतों के उक्त अखंड धूना की संरक्षा-सुरक्षा प्रदान करते हुए अपराधी श्यामानंद व रामानंद सहित अन्य कालनेमियो (अपराधियों) के विरुद्ध यथाशीघ्र दंडात्मक कार्रवाई करने की मांग की गई है। वहीं धर्माचार्य शिवशंकर पुरी जी महाराज ने कहा कि साधु के भेष में साजायाफ्ता अपराधी ने भू—माफियाओं के संग मिलकर लोगों में सद्बुद्धि, सद्व्यवहार, धर्म के विकास तथा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ महाराज को प्रधानमंत्री तथा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को राष्ट्रपति बनाने के संकल्प से आयोजित भव्य धार्मिक अनुष्ठान द्वादश वर्षीय द्वादश कुंडीय श्री श्री सूर्य नारायण महायज्ञ की यज्ञशाला व कुटिया को धवस्त कर कालनेमी राक्षस के रूप में जो अधर्मी कृत्य किया है। उसके लिए उसे कठोर से कठोर सजा मिलनी चाहिए। उन्होंने शासन—प्रशासन से न्याय की मांग करते हुए इन कालनेमियों पर कठोर कार्रवाई की मांग की है।

मंदिर के मुख्य पुजारी ने लगाए गंभीर आरोप

वहीं पंडित रामकुमार तिवार (पंडित रामकुमार तिवारी) मुख्य पुजारी, सहसेबीर बाबा मंदिर, द्वारा प्रदेश के पुलिस महानिदेशक, पुलिस आयुक्त, लखनऊ कमिश्नरेट लखनऊ, उत्तर प्रदेश द्वारा की गई शिकायत में तथाकथित साधू श्यामानंद सरस्वती (जघन्य अपराधों के लिए आजीवन कारावास) एवं उसके अपराधिक प्रवृत्तियां वाले शिष्य रामानंद व अन्य सहसेबीर बाबा मंदिर परिसर इंद्रलोक कॉलोनी थाना कृष्णानगर लखनऊ के द्वारा गिरोह बनाकर उत्तर प्रदेश सहित अन्य प्रदेशों में अपराध करनेवालों के विरुद्ध समग्र दंडात्मक कार्रवाई करने तथा मंदिर परिसर के मुख्य पुजारी सहित प्रबंधन समिति के सदस्यों

तथा श्रद्धालुओं के जान-माल की सुरक्षा संरक्षा करने के संबंध की गई शिकायत में उपर्युक्त विषयक के संदर्भ में कहा गया कि कोरोना काल के माह दिसम्बर 2021 में रामानंद नामक व्यक्ति सहसेबीर बाबा मंदिर परिसर में आकर रहने लगा तथा बाद में अपने आप को तथाकथित साधू श्यामानंद सरस्वती (विभिन्न मामलों में जघन्य अपराधों के लिए आजीवन सजायाफ्ता अपराधी) का शिष्य बताने लगा। उसके आने के बाद मंदिर परिसर एवं थानाक्षेत्र में व इसके आसपास के क्षेत्रों में अपराधिक घटनाओं में वृद्धि होती गई।

लगाई न्याय की गुहार

इस सबंध में मंदिर प्रबंधन समिति की ओर से कई बार स्थानीय थाना में शिकायतें की गई लेकिन श्यामानंद एवं रामानंद की विपक्षी पार्टी के दबंग नेताओं के साथ घनिष्ठ सांठगांठ होने के कारण मामलों को स्थानीय थाना चौकी स्तर पर ही दबा दिया जाता रहा है तथा पीडित पक्षों को बार-बार प्रताडित किया जाता है तथा इनके द्वारा गिरोह बंदी करके सभी मंदिरों के दानपात्रों व चढ़ावों को लूट लिया जाता है। शिकायती पत्र में आरोप लगाते हुए कहा गया कि विभिन्न सूत्रों से विश्वसनीय सूचना के अनुसार सहसेवीर बाबा मंदिर परिसर में स्थित सहसेबीर बाबा मंदिर सहित इस परिसर के सभी मंदिरों एवं मंदिर की समस्त भूमि पर अवैध कब्जा करने के लिए लूट हत्या छिनतई के कई मामलों में सजायफ्ता श्यामानंद एवं

उसके शिष्य रामानंद सहित अन्य गिरोह बंदी करके प्रार्थी पंडित रामकुमार तिवारी, मुख्य पुजारी एवं प्रार्थी के भतीजे व उत्तराधिकारी पंडित रामबाबू तिवारी सहित मंदिर प्रबंधन समिति के अन्य सदस्यों की हत्या करने/ करवाने का षड्यंत्र कर चुके हैं तथा इसके बहाने हमारे यशस्वी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ महाराज एवं उत्तर प्रदेश सरकार की छवि को हानि पहुंचाने का षडयंत्र रचा जा रहा है। पत्र में कहा गया कि राजकीय व धार्मिक प्रकरण पर गंभीरतापूर्वक ध्यान केंद्रित करते हुए यथाशीघ्र सजायाफ्ता आपराधी व तथाकथित साधू श्यामानंद एवं उसके शिष्य रामानंद सहित अन्य के विरुद्ध दंडात्मक कार्रवाई की मांग की गई है।

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