अयोध्या: धर्म नगरी अयोध्या के भव्य मंदिर में प्रभु श्रीराम की प्राण प्रतिष्ठा के बाद पहली बार दीपोत्सव मनाया गया। इस बार अयोध्या में हुए भव्य आयोजन को पूरी दुनिया ने अपकलक नजरों से निहारा। राम की पैड़ी, चौधरी चरण सिंह घाट और भजन संध्या स्थल पर जब दीयों को जलाया गया तो भव्य नजारा देखते बन रहा था। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कार्यक्रम का शुभारंभ पहली दीया जलाकर किया। उनके साथ प्रदेश के दोनों उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और बृजेश पाठक और केंद्रीय पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत भी मौजूद रहे। इस दौरान हुए लेजर शो में अभूतपूर्व झलक देखने को मिली, जिसे देख लोग मंत्रमुग्ध हो गए।
सर्वप्रथम मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम का दर्शन कर पूजा अर्चना की। इसके बाद उन्होंने प्रभु के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित किए। बाहर भी मुख्यमंत्री ने पांच-पांच दीप जलाए। श्रीराम मंदिर में दीप प्रज्ज्वलन के दौरान केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, कैबिनेट मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह, प्रमुख सचिव संजय प्रसाद, श्रीराम तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय, ट्रस्टी अनिल मिश्र, गोपाल जी, विनोद जी आदि भी रहे।
सरकार ने जो कहा वह किया
मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कह कि डबल इंजन की सरकार ने जो कहा वह किया। राम मंदिर बनकर तैयार है और हम सनातन धर्म तथा मानवता के मार्ग में आने वाला हर बैरियर हटाएंगे। उन्होंने कहा कि सनातन धर्म और मानवता के मार्ग से रोड़े हटाए बिना विश्राम नहीं होगा। उन्होंने कहा, अयोध्या के लोगों को अब साबित करना होगा कि मां सीता की अग्नि परीक्षा बार-बार न हाे। 500 साल बार राम अपने धरा धाम पर हैं।
राम मंदिर के लिए बलिदान देने वालों को नमन है। उन्होंने कहा, आज दुनिया अयोध्या आ रही है। वहीं, राम मंदिर का विरोध करने वालों पर हमला बाेलते हुए योगी ने कहा कि ये राम के अस्तित्व पर सवाल उठाते हैं, अयोध्या वासियों को आगे आना होगा ताकि राम का संदेश कभी पथ से विचलित न हो।
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