लखनऊ। जन स्वास्थ्य अभियान, उत्तरप्रदेश द्वारा राज्य जन स्वास्थ्य सम्मेलन का आयोजन गोयल आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज & हॉस्पिटल में किया गया। इस सम्मेलन में प्रदेश के कई जिलों के संस्था, संगठन, यूनियन, स्वास्थ्य विशेषज्ञ और नेटवर्क के साथी शामिल हुये। इस सम्मेलन में महत्वपूर्ण मुद्दों पर पेनल चर्चा भी की गई जिसमें स्वास्थ्य देखभाल सेवाओं की मजबुती, दवाओं की नीति, महिला व बाल स्वास्थ्य कुपोषण, महंगी स्वास्थ्य सेवाएँ और निजीकरण, स्वास्थ्य और जीवन शैली, व्यावसायिक स्वास्थ्य, स्वास्थ्य व सामाजिक निर्धारक के मुद्दों पर व्यापक चर्चा के साथ ही साथ विभिन्न जिलों से आए प्रतिभागियों ने स्वास्थ्य सेवाओं की जमीनी हकीकत के बारे में अपनी बात भी रखी। सम्मलेन में केंद्र व राज्य सरकार की नीतियों व जमीनी हकीकत पर विस्तार से बात हुई और अभियान की गति को मजबूत करने का प्रस्ताव पास भी हुआ।
आज के इस महत्वपूर्ण आयोजन में राष्ट्रीय संयोजक अमितावा गुहा ने पेंडेमिक ट्रीट्री, दवाओं की बढ़ती कीमत व अनावश्यक दवाओं के बारे में विस्तार से अपनी बात रखी।
अमूल्य निधि राष्ट्रीय सह संयोजक, जन स्वास्थ्य अभियान ने महंगी स्वास्थ्य सेवाओं और निजी अस्पतालों के रेट रेग्युलेशन के साथ स्टैंडर्ड ट्रीटमेंट गाइलाइंस का जिक्र किया और साथ ही उत्तरप्रदेश में जिला अस्पतालों को प्राइवेट हाथों में सौंपने की सरकार की जनविरोधी नीति पर सवाल उठाए ।
15 सदस्यीय कोर कमेटी का गठन
डॉ वीणा गुप्ता ने कहा कि कुपोषण और एनेमिया प्रदेश में बढ़ता जा रहा है, इस बारे मे लोगों में व्यापक जागरूकता कर सरकार की नीतियों में बदलाव की बात कही।डॉ जी डी वर्मा ने ललितपुर और महोबा में 50 से अधिक सिलिकोसिस पीड़ितों के पुनर्वास और मुआवजे की बात रखी।इस सम्मेलन में 15 सदस्यीय कोर कमेटी का गठन किया गया, जिसमे डॉ ए. पी .पांडे को अध्यक्ष और संजीव सिन्हा को संयोजक बनाया गया।इस सम्मेलन मे छह महत्वपूर्ण प्रस्ताव पारित किए गए, जिन पर प्रदेश एवं जिला स्तर पर अभियान चलाया जाएगा।
1. सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं की मजबूती और जन निगरानी
2. जिला अस्पतालों को निजी हाथों में सौंपने का विरोध
3. खाद्य सुरक्षा और बाल स्वास्थ्य
4. दवाओं और जांच पर जन जागरूकता व जन नीति की पहल
5. व्यावसायिक और पर्यावरणीय स्वास्थ्य
6. स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं के मुद्दे
7. क्लिनिकल इस्टेब्लिशमेंट एक्ट की निगरानी और क्रियान्वयन
सम्मेलन में डॉ नीलम सिंह, प्रीति राय, रामायण यादव, अजय शर्मा, डॉ जी. डी. वर्मा, प्रीति श्रीवास्तव, आशा बहु की नेता शीला, डॉ अभिनव पांडे, ए. पी. पांडे, बबीता व अन्य लोगों ने भी संबोधित किया।सम्मेलन के मुख्य अतिथि डॉ ए. के. त्रिपाठी, पूर्व निर्देशक, राम मनोहर लोहिया हॉस्पिटल थे और गोयल इंस्टीट्यूट के प्राचार्य श्री अविनाश चन्द्र श्रीवास्तव विशिष्ट अतिथि थे। सम्मेलन का संचालन संजीव सिन्हा ने किया।
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