लखनऊ। जयंत चौधरी, केन्दीय राज्य मंत्री (स्वतन्त्र प्रभार) कौशल विकास एवं उद्यमशीलता मंत्रालय (एमएसडीई) और राज्य मंत्री, शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार ने 1 अगस्त 2024 को इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित एक समारोह के दौरान ‘नव भारत की युवा शक्ति’ को सम्मानित किया। कार्यक्रम के दौरान विभिन्न कौशल भारत प्रोग्रामों के लाभार्थियों को पहचाना गया, और इसके बाद ‘बजट पर चर्चा’ सत्र का आयोजन भी हुआ। कार्यक्रम का आयोजन कौशल विकास एवं उद्यमशीलता मंत्रालय के तत्वावधान में किया गया था।
कार्यक्रम का आयोजन लखनऊ, उत्तर प्रदेश में किया गया था, जहां जयंत चौधरी, केंद्रीय राज्य मंत्री (स्वतन्त्र प्रभार) कौशल विकास एवं उद्यमशीलता मंत्रालय (एमएसडीई) और राज्य मंत्री, शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार मुख्य अतिथि थे। इस अवसर पर मंत्री जी ने कहा, ‘‘आज प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना 4.0 पूरी तरह से केंद्र द्वारा वित्तपोषित योजना है। हालांकि कौशल विकास की क्षमता के निर्माण और इसमें सुधार लाने के लिए हमें राज्यों एवं विभिन्न उद्योगों से सहयोग की आवश्यकता है।
पांच लाख युवाओं को मिलेगा लाभ
केन्द्र सरकार ने उत्तर प्रदेश में कई परियोजनाओं एवं बुनियादी सुविधाओं के विस्तार के लिए 2.43 लाख रुपये करोड़ के बजट पैकेज का आवंटन किया है। इससे कुशल कार्यबल के लिए ढेरों अवसर उत्पन्न होंगे। मैं खुद यह सुनिश्चित करना चाहता हूं कि कौशल विकास और उद्यमिता का सबसे ज़्यादा लाभ यूपी को मिले। मुझे यह बताते हुए खुशी का अनुभव हो रहा है कि यूपी में एनएपीएस से 60,000 लोगों को लाभ हुआ है और हम 5 लाख युवाओं तक पहुंचना चाहते हैं, जो मौजूदा आंकड़े से पांच गुना अधिक है। इसके अलावा जब भी उत्तर प्रदेश को ज़रूरत होगी हम, जल्द से जल्द सेवाएं प्रदान करेंगे, फिर चाहे पॉलिटेक्निक्स में सुधार की बात हो या केंद्रीय विद्यालयों को बेहतर बनाने की। श्री कपिल देव अग्रवाल, राज्य मंत्री (स्वतन्त्र प्रभार), व्यवसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास विभाग, उत्तर प्रदेश सरकार इस अवसर पर अतिथि थे, उन्होनें कहा, ‘‘मैं कौशल विकास के लिए बजट आवंटन के लिए प्रधानमंत्री एवं वित्तमंत्री के प्रति आभार व्यक्त करना चाहूंगा।
यूपी का विकास
यूपी में रु 6000 करोड़ के आवंटन के साथ 250 आईटीआई (टाटा का योगदान) तथा सोलर, ईवी एवं कम्प्यूटर साइंस जैसे विषयों में आधुनिक टेक्नोलॉजी उम्मीदवारों को महत्वपूर्ण प्रशिक्षण प्रदान करेंगे। आईआईटी कानपुर और एनएसडीसी के साथ यूपी का एमओयू सुनिश्चित करेगा कि हमारे युवाओं को जरूरी कौशल एवं प्रशिक्षण मिले। 2047 तक विकसित भारत और 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था तथा 2029 तक यूपी को 1 ट्रिलियन की अर्थव्यवस्था बनाने के दृष्टिकोण को साकार करने के लिए हमें अपने युवाओं की क्षमता का सदुपयोग करना होगा। ऐसा तभी संभव है जब सभी हितधारक इसी एक उद्देश्य के लिए एक साथ मिलकर काम करें।“ सम्मान समारोह से पहले एमएसडीई ने विशेष सत्र ‘बजट पर चर्चा’ का आयोजन किया था।
पैनल चर्चा में हिस्सा लेने वाले दिग्गजों में शामिल थे- अतुल कुमार तिवारी, एमएसडीई के सचिव; मिस सोनल मिश्रा, संयुक्त सचिव, एमएसडीई; एम देवराज, प्रधान सचिव, व्यवसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास, उत्तर प्रदेश सरकार; श्री महेन्द्र प्रसाद अग्रवाल, प्रधान सचिव, उच्च शिक्षा, उत्तर प्रदेश सरकार; श्री अनिल कुमार सागर, प्रधान सचिव, बुनियादी सुविधा एवं ओद्यौगिक विकास विभाग, उत्तर प्रदेश सरकार; मिस स्मिता अग्रवाल, चेयरपर्सन, सीआईआई, यूपी एवं डायरेक्टर और सीएफओ, पीटीसी इंडस्ट्रीज़ लिमिटेड; सुमित कुमार, चीफ़ स्ट्रैटेजी ऑफिसर, टीमलीज़ और कुशल देव कश्यप, ग्रोथ हैड-इंस्टीट्यूशन एण्ड कन्ज़्यूमर, एचसीएल, जीयूवीआई।
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